Maharashtra News: शरद पवार (Sharad Pawar) के गुट वाली एनसीपी ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर समीक्षा बैठक की. इस बैठक में अमरावती (Amravati) जिले के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने शरद पवार के सामने अपने मन की बात रखी. सूत्रों के मुताबिक, इन कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने शरद पवार से कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा (Navneet Rana) को समर्थन देना हमारी गलती थी. आगामी लोकसभा चुनाव में आप जो उम्मीदवार देंगे, उन्हें चुनाव जिताने में मदद करेंगे.
बीजेपी की मुखर समर्थक हैं नवनीत राणा
बतौर निर्दलीय सांसद नवनीत राणा बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की नीतियों का समर्थन करती आई हैं. संसद में लाए जाने वाले विधेयकों का भी पुरजोर तरीके से समर्थन करती रही हैं. हाल ही में महिला आरक्षण विधेयक पर भी वह बीजेपी के साथ खड़ी नजर आई थीं.
उद्धव सरकार के खिलाफ खोल दिया था मोर्चा
पिछले साल वह तब विवादों में आई थीं जब उन्होंने तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे के मातोश्री आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा की थी. इसके बाद उन्हें और उनके पति रवि राणा को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद से ही वह महाविकास अघाड़ी गठबंधन के खिलाफ लगातार बोलती हैं. उद्धव ठाकरे की सरकार गिरने के बाद उन्होंने कहा था कि ये 'घमंड' का नतीजा था.
2019 में इन दो पार्टियों ने दिया था समर्थन
नवनीत राणा के राजनीतिक करियर की बात करें तो 2014 में उन्होंने एनसीपी के ही टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का मुंह देखने पड़ा था. हालांकि 2019 में वह कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से अमरावती सीट पर निर्दलीय चुन ली गईं और शिवसेना के आनंदराव अदसुल को हराया जिनसे 2014 में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था.