Maharashtra News: दक्षिमपंथी संगठन हिंदू जनजागृति समिति (HJS) ने साल 2016 में बंबई उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए उस आदेश का पालन करने की मांग की है, जिसमें उसने महाराष्ट्र की मस्जिदों समेत धार्मिक स्थलों पर लगाए गए अवैध लाउडस्पीकर को हटाने का निर्देश दिया था. एचजेएस ने हाई कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करने में नाकाम रही पुलिस के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.


इस संबंध में याचिका दायर करने वाले नवी मुंबई के याचिकाकर्ता संतोष पचालग ने मीडिया से बातचीत में कहा- 'महाराष्ट्र सरकार ने हमारे द्वारा दायर जनहित याचिका पर राज्य में सभी धार्मिक स्थानों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने के 2016 में दिए उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नहीं किया। अत: 2018 में हमने उसके खिलाफ उच्च न्यायालय में अवमानना याचिका दायर की। कोरोना वायरस महामारी के कारण याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी है।'


राज ठाकरे ने दिया 3 मई तक का अल्टीमेटम
बता दें कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र की मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार को 3 मई तक का अल्टीमेटम दिया है. राज ठाकरे ने मंगलवार को ठाणे में आयोजित की गई एक रैली में ऐलान किया कि यदि 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर से हनुमान चालिसा बजाना शुरू कर देंगे.


मनसे कार्यकर्ता बजा रहे हनुमान चालीसा का पाठ


इस महीने की शुरूआत में उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र की सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा देने चाहिए, क्योंकि इससे दूसरों को परेशानी होती है. उन्होंने कहा था कि वह किसी की प्रार्थना के खिलाफ नहीं है, लेकिन लोगों को अपने-अपने घरों में अपनी आस्था का पालन करना चाहिए और दूसरों के लिए परेशानी खड़ी नहीं करनी चाहिए. ठाकरे के ऐलान के बाद मनसे के कार्यकर्ता जगह-जगह लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ बजा रहे हैं.


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