Devendra Fadnavis on Maharashtra Love Jihad: महाराष्ट्र सरकार 'लव जिहाद' को रोकने के लिए कानून लाने की योजना बना रही है, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने बुधवार को पूर्व स्पीकर हरिभाऊ बागड़े द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए विधानसभा को बताया. उन्होंने कहा कि गृह विभाग के अधिकारी 'लव जिहाद' को रोकने के लिए कुछ अन्य बीजेपी शासित राज्यों द्वारा लाए गए कानूनों का अध्ययन कर रहे हैं और महाराष्ट्र में भी जल्द ही इसी तर्ज पर एक कानून बनाया जाएगा.
क्या बोले डिप्टी सीएम?
FPJ के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “इस बीच, पुलिस को उन मामलों को संभालने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने के लिए कहा जाएगा जहां महिलाओं को फर्जी पहचान पेश करके धर्म से बाहर शादी करने के लिए धोखा दिया जाता है.”
सभी पुलिस स्टेशन होंगे संवेदनशील
गृह विभाग संभालने वाले फड़णवीस ने कहा, सभी पुलिस स्टेशनों को इस मुद्दे पर संवेदनशील बनाया जाएगा और यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. "हम राज्य के पुलिस महानिदेशक से ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक एसओपी तैयार करने के लिए कहेंगे." उन्होंने कहा, अगर कोई वयस्क महिला अपने धर्म से बाहर शादी करती है तो कानून तब तक कुछ नहीं कर सकता जब तक कि पुरुष ने उसे अलग पहचान का इस्तेमाल कर धोखा न दिया हो.
बीजेपी नेता ने की ये मांग
बुधवार को बीजेपी के दो एमएलसी प्रवीण दरेकर और प्रसाद लाड ने उत्तर प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाने की मांग की. महाराष्ट्र विधान परिषद में मुद्दा उठाते हुए दरेकर ने आरोप लगाया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में फर्जी नामों का इस्तेमाल कर हिंदू लड़कियों को धोखा दिया जाता है और फिर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है. बाद में उनके साथ मारपीट की जाती है और छोड़ दिया जाता है.
उन्होंने कहा, "योगी आदित्यनाथ ने एक साहसिक निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश सरकार अवैध धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून लेकर आई है." बीजेपी नेता ने कहा, "उत्तर प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी लव जिहाद पर कानून लाया जाना चाहिए." लाड ने भी ऐसी ही मांग की. 'लव जिहाद' एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल अक्सर दक्षिणपंथी कार्यकर्ता मुस्लिम पुरुषों द्वारा हिंदू महिलाओं को शादी के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए लुभाने की साजिश का आरोप लगाने के लिए करते हैं.