LPG Cylinder & Petrol-Diesel Price Hike: एनसीपी और कांग्रेस ने ईंधन की कीमतों में ताजा बढ़ोतरी को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा. साथ ही ऐसे समय में दरें बढ़ाने की जरूरत पर सवाल उठाया जब रूस से कच्चे तेल को अत्यधिक रियायती दरों पर आयात किया गया था. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जबकि घरेलू रसोई गैस की कीमतों में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई, जिससे दरों में संशोधन में साढ़े चार महीने का चुनाव-संबंधी अंतराल समाप्त हो गया.
महाराष्ट्र एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने पूछा कि जब केंद्र सरकार पहले ही रूस से अत्यधिक रियायती दरों पर लाखों बैरल कच्चे तेल का आयात कर चुके हैं, तो रसोई गैस की कीमत बढ़ाने की क्या जरूरत थी. उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर कच्चे तेल की कीमत बढ़कर 140 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गई है.
तापसे ने कहा कि एक तरफ, पेट्रोलियम मंत्रालय कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के कारण कीमतों में बढ़ोतरी को सही ठहराने की कोशिश कर रहा है और दूसरी तरफ, उन्होंने अत्यधिक रियायती दरों पर एक त्वरित सौदा किया है.
कांग्रेस ने भी किया कीमत बढ़ोतरी का विरोध
वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने केंद्र पर चुनाव खत्म होते ही लोगों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया. वह हाल ही में पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में हुए विधानसभा चुनावों का जिक्र कर रहे थे. पटोले ने ट्वीट कर कहा, कहा था कि भाजपा चुनाव जीतने के बाद जनता से ब्याज सहित (बकाया) वसूल करेगी.
क्या है नए दाम
बता दें कि दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 96.21 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जो पहले 95.41 रुपये थी, जबकि डीजल की कीमत 86.67 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 87.47 रुपये हो गई है. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 14.2 किलोग्राम की प्रत्येक बोतल के लिए 949.50 रुपये कर दी गई है. जबकि एलपीजी दरों को अंतिम बार 6 अक्टूबर, 2021 को संशोधित किया गया था, पेट्रोल और डीजल की कीमतें 4 नवंबर से स्थिर थीं क्योंकि पांच राज्यों में चुनाव हुए थे. आलोचना से पहले दरों में संशोधन को रोकने से पहले, एलपीजी की कीमतें जुलाई और 6 अक्टूबर, 2021 के बीच प्रति सिलेंडर 100 रुपये के करीब बढ़ गई थीं.
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