(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MVA की बैठक में मुंबई की विधानसभा सीटों पर हुई चर्चा, उद्धव ठाकरे की क्या है डिमांड?
Maharashtra Politics: महाविकास अघाड़ी की बैठक में गठबंधन के घटक दलों के कई नेता शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक, तीनों दलों के नेताओं ने मुंबई की सीट को लेकर अपनी-अपनी पार्टी का प्रस्ताव दिया है.
Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी रणनीति बनाने में जुटी हुई है. इस बीच महाविकास अघाड़ी की बैठक में मुंबई की विधानसभा सीटों को लेकर चर्चा हुई. जानकारी के मुताबिक मुंबई के बीकेसी स्थित Trident होटल में ये बैठक हुई.
बताया जा रहा है कि इस बैठक में महाविकास अघाड़ी घटक दल के कई नेता शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक, तीनों पार्टियों के नेताओं ने मुंबई की सीट को लेकर अपनी-अपनी पार्टी का प्रस्ताव दिया है.
क्या है MVA में सीट बंटवारे का गणित?
मुंबई के दायरे में आने वाली विधानसभा की सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर महाविकास अघाड़ी की बैठक में जो चर्चा हुई, उसके हिसाब से सीटों का गणित कुछ इस प्रकार है. शिवसेना ने 20 से 22 सीट का प्रस्ताव रखा है. एनसीपी शरद पवार ने 5- 7 सीट को लेकर दावा किया है. वहीं, कांग्रेस ने 13 से 15 सीटों पर प्रस्ताव रखा है.
मुंबई में कुल 36 विधानसभा सीटें है लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण है कि अब कौन पीछे हटेगा? महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. हालांकि अभी निर्वाचन आयोग की ओर से तारीखों की घोषणा नहीं की गई है. चुनाव के मद्देनजर सभी दल अपने-अपने जनाधार को मजबूत करने में जुटे हैं.
कांग्रेस ने इस साल अक्टूबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे को लेकर पिछले महीने दो विशेष समितियों का गठन किया था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव के मद्देनजर कमेटी गठित करने की मंजूरी दी थी.
लोकसभा में किस पार्टी का कैसा रहा प्रदर्शन?
अभी हाल ही में हुए महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी का प्रदर्शन अच्छा रहा था. इस गठबंधन को 30 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. कांग्रेस ने प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया था. उसके बाद शिवसेना (यूबीटी) 9 और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (SP) ने 8 सीटों पर जीत हासिल की थी.
वहीं, प्रदेश की सत्ता में बैठी महायुति गठबंधन को कुल 17 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी. बीजेपी को 9 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं, एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना को 7 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि एक सीट अजित पवार की एनसीपी के खाते में गई थी.
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