Maharashtra Political News: एमवीए सरकार में मंत्री रहे और वर्तमान शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र की नवनिर्वाचित शिंदे सरकार पर जोरदार निशाना साधा. आदित्य ने कहा कि शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार गैरकानूनी, अलोकतांत्रिक है और यह लंबे समय तक नहीं चल पाएगी. गुरुवार को भिवंडी, शाहपुर और इगतपुरी के दौरे पर गए आदित्य ठाकरे ने दोहराया कि असली शिवसैनिक अभी भी उनके पिता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ हैं, उन्होंने यह भी कहा कि मातोश्री के दरवाजे उन लोगों के लिए हमेशा खुले रहेंगे जो वापस लौटना चाहते हैं.
एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद चली गई थी उद्धव ठाकरे की कुर्सी
बता दें कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को सीएम की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था. इसके बाद शिंदे ने शिवसेना के 39 अन्य बागी विधायकों के साथ बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया था और महाराष्ट्र में सरकार बना ली थी. 30 जून को शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की शपथ ली, वहीं देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम की शपथ ली थी.
जिन पर भरोसा किया उन्होंने ही घोंपा छुरा
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि पिछले एक महीने में जो कुछ भी हुआ वह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था. हमने जिस पर भरोसा किया और मंत्री पद दिया, उसने हमारी पीठ में छुरा घोंपा. उन्होंने कहा कि ये विद्रोही या क्रांतिकारी नहीं है, जैसा कि वे खुद को कहते है, ये केवल पीठ में छुरा घोंपने वाले हैं. यह लोकतंत्र या राजनीति नहीं है... जो चले गए वे कभी शिवसैनिक नहीं थे, यहां जो सैकड़ों लोग जमा हुए हैं, वे असली सैनिक हैं. जो चले गए, वे तो ऐसे हैं जिन्हें बहुत अधिक खाने के बाद अपच हो गया था.
जो वापस आना चाहते हैं आ सकते हैं
यात्रा के दौरान आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने पिछले ढाई सालों में विकास के नाम पर सब कुछ किया. हम राजनीति नहीं करते हैं. हमने कभी विपक्ष के खिलाफ झूठी शिकायत कर उन्हें परेशान नहीं किया और न ही कभी हमने अपने विधायकों की निगरानी की क्योंकि हम उन पर भरोसा करते थे. उन्होंने कहा कि लोगों में जो विश्वास था, उसने हमें इस स्थिति में पहुंचाया. वे आज स्वतंत्र नहीं है. यदि उनमें से कोई लौटना चाहता है तो मातोश्री के दरवाजे हमेशा खुले हैं.