Maharashtra News: ACB ने ठाणे में 15 हजार की रिश्वत लेते PWD एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया
ACB arrested the Officer: मुंबई में एसीबी ने लोक निर्माण विभाग के एक एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. उसे एक ठेकेदार से 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया.
Government Officer Arrested for taking Bribe in Thane: महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे (Thane) में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने, एक निर्माण कार्य के ठेकेदार से 15 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) लेने के आरोप में एक सरकारी अधिकारी (Government Officer) को गिरफ्तार किया है. एसीबी (ACB) की ओर से बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई. एजेंसी ने बताया कि, ठेकेदार (Contractor) ने मुंबई (Mumbai) में एक पुलिस अस्पताल (Police Hospital) में एक डायलिसिस केंद्र (Dialysis Center) के निर्माण का प्रस्ताव सौंपा था.
निर्माण कार्य के ठेकेदार के इस प्रस्ताव के बाद, आरोपी गणेश दशरथ ठाकरे ने कथित तौर पर 40 हजार रुपये की मांग की. ठाकरे, मुंबई में लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) में अधिशासी अभियंता (Executive Engineer) के कार्यालय में वरिष्ठ डिवीजनल ऑडिटर (Senior Divisional Auditor) के पद कर काम करता है.
एसीबी ने कहा कि, "बाद में आरोपी ने एक अन्य निविदा (Tender) से संबंधित काम करने के लिए, कथित तौर पर 15 हजार रुपये की मांग की. इसके बाद शिकायतकर्ता ने एसीबी की ठाणे इकाई से संपर्क किया और एजेंसी ने जाल बिछाकर बुधवार को अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. एसीबी (ACB) ने कहा कि, आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टचार निरोधक कानून (Anti-Corruption Law) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
ठाणे में बीते जनवरी में भी एसीबी ने एक अधिकारी को भी30 हजार की रिश्वत लेते किया था गिरफ्तार
पिछले दिनों ठाणे में इसी तरह का एक और मामला सामने आया था, जब एसीबी ने रिश्वत लेते हुए औद्योगिक विकास निगम (City and Industrial Development Corporation) के एक एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कल्याण पाटिल उम्र 57 साल को रंगे हाथों पकड़ा था. इस मामले में पुलिस ने बताया था कि, "सीबीडी बेलापुर (CBD Belapur) इलाके में तैनात एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने, एक पुल को पेंट करने और खारघर रेलवे स्टेशन (Kharghar Railway Station) परिसर और स्काईवॉक (skywalk) को साफ करने के लिए छह बकाया बिल जारी करने के एवज़ में कथित रूप से तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. जहां शिकायतकर्ता ठेकेदार से आरोपी ने 1 लाख 20 हजार रुपये ले चुका था, वह इसके लिए 30 हजार रुपये और मांग रहा था. जिसके बाद एसीबी की टीम ने उसे 30 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था.
यह भी पढ़ें: