Maharashtra News: एआईएमआईएम नेता इम्तियाज जलील ने बुधवार (4 सितंबर) को महाराष्ट्र सरकार से रामगिरि महाराज के आपत्तिजनक बयान को लेकर पांच दिनों के भीतर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही चेतावनी दी कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो मुंबई तक मार्च निकाला जाएगा. मुसलमानों के खिलाफ विवादास्पद बयान देने के आरोप में हिंदू संत के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं.


ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के पूर्व सांसद जलील ने मीडिया से बातचीत के दौरान राज्य सरकार की आलोचना करते हुए रामगिरि महाराज के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "रामगिरि महाराज ने इस्लाम के खिलाफ कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया था. उनके इस बयान के बाद पूरे देश में गुस्सा फैल गया था. उसी दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उनके पास बैठे और उनकी सुरक्षा की वकालत की."


रामगिरि महाराज के खिलाफ 58 मामले दर्ज
बता दें रामगिरि महाराज ने कथित तौर पर पिछले महीने नासिक जिले के सिन्नर तालुका के शाह पंचले गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान विवादित टिप्पणी की थी. बाद में रामगिरि ने कहा कि उनकी टिप्पणी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के जवाब में थी. उनका उद्देश्य हिंदू समुदाय के सदस्यों को एकजुट करना था. इम्तियाज जलील ने कहा कि इस मामले में 58 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. 


हम अपने न्यायालयों का सम्मान करते हैं, लेकिन वह केवल यही कहते हैं कि रामगिरि महाराज की टिप्पणियों को इंटरनेट से हटा दिया जाना चाहिए. हम न्यायालय पर दबाव नहीं बना रहे हैं, लेकिन हम न्याय चाहते हैं. एआईएमआईएम नेता ने मांग की कि सरकार पांच दिनों के भीतर रामगिरि महाराज के खिलाफ कार्रवाई करे. उन्होंने कहा कि अगर पांच दिनों के भीतर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो हम शांतिपूर्वक मुंबई तक मार्च करेंगे और शासकों को संविधान की एक प्रति सौंपेंगे.



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