Mumbai Air Purifier: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मुंबई सहित उपनगरों में हवा की गुणवत्ता काफी खराब हो गई है. बढ़ता वायु प्रदूषण (Mumbai Pollution) मुंबईकरों के लिए चिंता का विषय बन गया है. एबीपी मांझा में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और कल्याण के चारों औद्योगिक क्षेत्रों में जनवरी के महीने में हवा का स्तर काफी गिर गया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई में हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बड़ा फैसला लिया है. शिंदे ने बीएमसी कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि दिल्ली, गुड़गांव और लखनऊ की तरह मुंबई में भी एयर प्यूरीफायर टावर लगाए जाएं. मुंबई नगर निगम का बजट 4 फरवरी को पेश किया जाएगा. 


क्या बोले सीएम एकनाथ शिंदे?
मुंबई नगर निगम का इस साल का बजट तैयार करते समय मुख्यमंत्री शिंदे ने नगर आयुक्तों से कहा है कि विभिन्न बिंदुओं और उपायों को शामिल किया जाना. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मुंबई में प्रदूषण और वायु गुणवत्ता को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली, गुड़गांव और लखनऊ की तरह मुंबई में भी एयर प्यूरिफायर टावर लगाए जाएं. साथ ही शहरी वानिकी को बढ़ाने के उपाय किए जाने चाहिए. मुंबई महानगर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए एयर प्यूरिफायर टावर लगाए जाएं. साथ ही मधुमेह और हाई ब्लड प्रेसर के मरीजों को घर-घर जाकर जांच करानी चाहिए.


घर-घर जाकर हो मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीजों की जांच
मुख्यमंत्री ने मुंबईकरों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए विशेष उपाय सुझाए हैं. मुंबई के लगभग 27 फीसदी नागरिक मधुमेह और उच्च रक्तचाप के विकारों से पीड़ित हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि वे घर-घर जाकर नगर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से अपना डाटा तैयार करें. वहीं, मुंबई में नगर निगम के अस्पतालों के आउट पेशेंट विभाग में काफी भीड़ है. इसलिए तनाव को कम करने के लिए बाहरी उपकरणों की मदद लेकर ही खिड़कियों की संख्या बढ़ानी चाहिए. साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एमआरआई, सीटीस्कैन और डायग्नोस्टिक सेंटर बढ़ाने और डायलिसिस सेंटर स्थापित करने के भी निर्देश दिए हैं. 


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