Maharashtra Akola Tree Fall: महाराष्ट्र के अकोला जिले में तेज हवा और बारिश के कारण मंदिर परिसर में एक टिन शेड पर पेड़ गिरने से सात लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए. अकोला कलेक्टर नीमा अरोड़ा ने कहा कि यह घटना रविवार शाम करीब साढ़े सात बजे बालापुर तालुका के पारस गांव में स्थित बाबूजी महाराज मंदिर में उस समय हुई जब लोग 'महाआरती' के लिए एकत्र हुए थे. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर दुख जताया और कहा कि सरकार मृतकों के परिवारों को मुआवजा देगी.


देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
अकोला की घटना दर्दनाक है. इस घटना में घायलों को अच्छे अस्पताल में इलाज कराने के निर्देश दिए गए हैं. उनके इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. मृतक नागरिकों के परिवारों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता दी जाएगी. देवेंद्र फडणवीस ने भी जवाब दिया कि घटना की जांच की जाएगी.


मृतक व्यक्तियों के परिवारों को 4 लाख रुपये की सहायता
मृत व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. अस्पताल में एक सप्ताह से अधिक रहने पर 16 हजार रुपये और अस्पताल में एक सप्ताह से कम रहने पर 5400 रुपये दिए जाएंगे.


एक अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया. घटना में मरने वाली दो महिलाओं की उम्र 50 और 55 वर्ष थी और वे जलगांव और बुलढाणा की रहने वाली थीं. पांच मृतकों में से दो की उम्र 55 वर्ष और एक की उम्र 35 वर्ष अकोला के रहने वाले थे. विज्ञप्ति में कहा गया है कि दो अन्य लोगों की अभी पहचान नहीं हो पाई है.


रविवार को अकोला में वास्तव में क्या हुआ?
अकोला के बालापुर तालुका के पारस गांव में बाबूजी महाराज संस्थान में रविवार शाम संध्या आरती हो रही थी. मंदिर से सटा एक बड़ा नीम का पेड़ अचानक उखड़ कर टीन के छप्पर पर गिर गया. तो शेड के नीचे 40 से 50 लोग दब गए. घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया और बचाव कार्य शुरू किया. घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया.


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