Asaram Case: महाराष्ट्र के स्कूलों में पढ़ाया जा रहा रेप के दोषी आसाराम का उपदेश, शिक्षा विभाग में हड़कंप
Nanded Zilla Parishad School: नांदेड़ के कई जिला परिषद स्कूलों में आसाराम के परोपकार की शिक्षा पढ़ाई जा रही है. इस मामले में अभिभावकों में काफी आक्रोश है और वो कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
Nanded News: नांदेड़ (Nanded) के भोकर तालुका के कई जिला परिषद स्कूलों में हाल ही में एक ऐसा ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. एबीपी मांझा में छपी एक खबर के अनुसार, महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई जिला परिषद स्कूलों में रेप मामले में दोषी आसाराम के पाठ और मंत्र पाठ्यक्रम से इतर स्कूल में पढ़ाए जा रहे हैं. इसे लेकर अभिभावकों में आक्रोश है. गुस्साए परिजनों ने अब इस मामले में कार्रवाई की मांग की है. आसाराम (Asaram) के परोपकार की शिक्षा भोकर तालुका के अधिकांश जिला परिषद स्कूलों जैसे नागापुर, डोर, सयाल, रेनापुर, नंदा, सोनारी, हसापुर, रायखोद में पढ़ाई जा रही है.
शिक्षा क्षेत्र में हड़कंप
भोकर तालुका के एक जिला परिषद स्कूल के शिक्षक ने धार्मिकता के नाम पर कई महिलाओं के यौन शोषण के दोषी आसाराम के नाम पर एक कथित संस्कार पढ़ाना शुरू कर दिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि तालुका के सभी स्कूलों में कार्यक्रम किए जाने की बात सामने आने से शिक्षा क्षेत्र में हड़कंप मच गया है.
जिला परिषद विद्यालय में जप कार्यक्रम
दुनिया में कुछ शिक्षक भारतीय शिक्षा में क्रांति लाने के लिए अपने ज्ञान और शिक्षण कौशल का उपयोग कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ स्कूली बच्चे भी नई तकनीक की दुनिया में खुद को साबित करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके विपरीत, भोकर तालुका में जिला परिषद स्कूल के शिक्षक विज्ञान के नाम पर नहीं, बल्कि संस्कार के नाम पर आसाराम की शिक्षा आने वाली पीढ़ियों को पढ़ा रहे हैं. यह बात सामने आई है कि आसाराम के भक्तों के कहने पर महिलाएं जिला परिषद के स्कूलों में मंत्रोच्चारण के साथ-साथ हल्दी कुंकवा कार्यक्रम भी कर रही हैं.
रेप के मामले में आजीवन कारावास
गुजरात के गांधीनगर सेशन कोर्ट ने अपनी ही शिष्या से रेप मामले में दोषी पाए जाने पर आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. जहां एक ओर उन्हें रेप के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है तो वहीं दूसरी ओर आसाराम के कथित विचारों को स्कूल में छात्रों के युवा दिमाग पर धकेला जा रहा है. वरिष्ठों को इस गंभीर स्थिति का संज्ञान लेने और कार्रवाई करने के लिए कहा जा रहा है. इस सारी घटना से अभिभावकों में काफी रोष है.