Maharashtra Assembly Election 2024: शिवसेना-यूबीटी विधायक आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने मुसलमानों के आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि 'मैं इस पर नहीं बोलूंगा. मैंने पत्र नहीं देखा है. मेरे सामने यह मुद्दा नहीं आया है और जब आएगा तो जवाब देंगे.' बीजेपी ने ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड की मांग के समर्थन में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की कथित चिट्ठी जारी की थी. उलेमा बोर्ड ने मुसलमानों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग की थी.
आदित्य ठाकरे ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, 'मैं मुसलमानों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण पर नहीं बोलूंगा. लेकिन, आप मुझे हां या ना कहने के लिए मजबूर नहीं कर सकते. मैं मुसलमानों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण के बारे में कुछ भी नहीं जानता.'
उद्धव ठाकरे सबसे विश्वसनीय चेहरा- आदित्य ठाकरे
पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर आदित्य ठाकरे ने कहा, ''हमें इससे कोई प्रॉब्लम नहीं कि सीएम सबसे बड़ी पार्टी से होगा. लेकिन, सबसे पहले सबसे बड़ी पार्टी का फैसला करने दें. अगर सीएम सबसे बड़ी पार्टी से है तो हमें कोई समस्या नहीं है पर अभी भी उद्धव ठकरे सबसे विश्वसनीय सीएम चेहरा हैं.'' आदित्य ने एकनाथ शिंदे पर भी हमला बोला. आदित्य ने कहा, ''एकनाथ शिंदे चोर हैं. उन्होंने मेरी पार्टी के विधायक और मेरे पार्टी के प्रतीक को चुरा लिया. हमारी पार्टी द्वारा कभी भी शिंदे को वापिस लेने का कोई सवाल ही नहीं है.''
आदित्य ने इस बात से साफ इनकार किया है कि उद्धव ने कभी बकरीद या दिवाली की मोमबत्तियों के बारे में बात की है. दरअसल, नारायण राणे ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे ने एक सभा में कहा कि अगर आपको सोसायटी में बकरीद की इजाजत नहीं देनी है तो दिवाली की कंदील भी उतार दीजिए. राणे ने उद्धव को लेकर विवाद बयान भी दे डाला था, जिसके बाद से बीजेपी और शिवसेना-यूबीटी के बीच जुबानी जंग और तीखी हो गई.
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