Akbaruddin Owaisi Speech In Aurangabad: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना दुश्मन बताया है.


ओवैसी ने शहरों के नाम बदलने को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि क्या नाम के बदलने से रोजी-रोटी मिल जाएगी, क्या नाम के बदलने से किसानों की खुदकुशी रुक जाएगी, क्या नाम के बदलने से पानी की प्यास बुझ जाएगी. क्या नाम के बदलने से बीमार को दवा मिल जाएगी.


उन्होंने आगे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं तो खुला बोल रहा हूं कि मैं मोदी-योगी का दुश्मन हूं. यही नहीं इसी बयान में ओवैसी ने आगे कहा, "सुना है चुनाव प्रचार के लिए योगी आदित्यनाथ आने वाले हैं. योगी और नरेंद्र मोदी आपके आने के बाद अकबर भी आने वाला है." 


बटोंगे तो कटोगे पर अकबरुद्दीन ओवैसी ने दिया ये जवाब


अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, "योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि बंटोगे तो कटोगे, लोग उसकी बुराई कर रहे हैं, लेकिन मैं ये कहूंगा कि मॉब लिन्चिंग के नाम पर, बीफ के नाम पर, घर वापसी के नाम पर, सर पर टोपी पहनने के नाम पर, दाढ़ी के नाम पर जो तुम काट रहे हो, क्या ये तुम्हारी नफरत हिंदुस्तान को कमजोर नहीं कर रही है. अगर तुम हिंदू-मुसलमान को लड़ाओगे तो क्या ये मुल्क को कमजोर नहीं कर रहा है."


उन्होंने कहा, "मैं कलमा पढ़ने वाला मुसलमान कह रहा हूं, मोदी और योगी जितना आपका हिंदुस्तान है, उतना मेरा भी हिन्दुस्तान है. योगी ने कहा कि जात-पात की सियासत नहीं करनी चाहिए, आप ये क्यों नहीं कहते कि मजहब की सियासत नहीं करनी चाहिए. हिंदुस्तान में जुल्म का शिकार अगर कोई है तो वो मुसलमान है, दलित है. ये मुल्क जितना तिलक लगाने वाले का है, सिर पर पगड़ी बांधने वाले का है, उतना ही दाढ़ी रखने वाले और सिर पर टोपी पहनने वाले का भी है."


शरद पवार-राहुल गांधी-प्रियंका गांधी पर भी ओवैसी ने बोला हमला


वहीं महाराष्ट्र की सियासत पर एमआईएम विधायक ने कहा कि दो शिवसेना है, दो एनसीपी है. हिंदुत्व पर अमल करने वाली पार्टियां बीजेपी और शिवसेना. हिंदुत्व की विचारधारा पर रहने वाली शिवसेना के दो टुकड़े हो गए. कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे से हाथ मिलाया, पवार ने उद्धव ठाकरे से हाथ मिलाया और तीन पार्टियों का एक गुट बना. मेरा सवाल है कि क्या उद्धव ठाकरे कांग्रेस को हिंदुत्व का पाठ पढाने में कामयाब हुए या नहीं हुए. क्या राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कांग्रेस का सेक्युलरिज्म उद्धव ठाकरे को पढाया है.


एआईएमआईएम नेता कहा कि शरद पवार क्या उद्धव ठाकरे को अपनी विचारधारा समझा पाए या उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व का सबक आपको पढ़ाया है. क्या अजीत पवार ने एकनाथ शिंदे को अपनी विचारधारा समझाई या एकनाथ शिंदे ने उन्हें अपनी विचारधारा सिखाई है. फिर बीजेपी ने अजीत पवार और शिंदे को अपनी विचारधारा का पाठ पढ़ा दिया या फिर अजीत पवार ने अपने भ्रष्टाचार का सबक मोदी और योगी को समझा दिया और वे समझ गए.


उन्होंने कहा कि इन लोगों के पास कोई विचारधारा नहीं है.  इन्हें अगर कुछ चाहिए तो गद्दी चाहिए. अगर तुम अपने वोट का सही इस्तेमाल नहीं करोगे तो कोई भी तुम्हारे वोट को लेकर हिंदुत्व के कदमों में डाल देगा. वहीं ओवैसी ने मनोज जरांगे को लेकर कहा कि मैं उनसे कहना चाहता हूं कि सिर्फ मराठा समाज ही पिछड़ा हुआ नहीं है, मराठवाड़ा भी पिछड़ा हुआ है. 


मोदी की गारंटी पर अकबरुद्दीन ओवैसी का बयान 


एमआईएम विधायक ने कहा कि अभी गारंटियों का दौर चल रहा है, मोदी की गारंटी, हरियाणा में भी आई. क्या शरद पवार इस बात की गारंटी देंगे कि वे इलेक्शन के बाद मोदी के साथ नहीं जाएगे. क्या अजीत पवार गारंटी देंगे कि इलेक्शन के बाद आप शरद पवार के पास वापस नहीं जाएंगे. क्या उद्धव ठाकरे ये गारंटी देंगे कि वे वापस चायवाले के पास चाय की प्याली लेकर नहीं जाएंगे. क्या शिंदे ये गारंटी देंगे कि वे चुनाव के बाद ठाकरे के पास वापस नहीं जाएंगे.


ओवैसी ने कहा कि आज कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन इस बात का सबूत है कि कांग्रेस कह रही है कि हिंदुत्व पॉलिटिक्स हमारे अंदर है. हम हिंदुत्व की राजनीति को कबूल करते हैं. आज सबकी आवाज है, पटेल की आवाज है, पाटिल की आवाज है, लेकिन कलमा पढ़ने वाले की आवाज नहीं है. 


साथ ही अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि औरंगाबाद हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि 20 तारीख को वोटिंग के दिन सिर्फ पतंग-पतंग ही होना चाहिए.