Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों का ताबड़तोड़ प्रचार जारी है. इस बीच रविवार (10 नवंबर) को बीजेपी का घोषणापत्र जारी करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौटेगा और विधानसभा चुनाव के बाद गठबंधन के साझेदार मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे.
अमित शाह ने कहा, "महायुति गठबंधन के तीनों साझेदार बीजेपी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणपत्र जारी किए हैं और चुनावों के बाद तीनों दलों के मंत्रियों की एक समिति गठित की जाएगी, जो घोषणापत्र में किए गए वादों को प्राथमिकता देने पर फैसला लेगी.
'गठबंधन की तीनों पार्टी लेंगी फैसला'
बीजेपी के वरिष्ठ नेता शाह ने ये भी कहा, "अभी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं. चुनाव के बाद गठबंधन के तीनों साझेदार मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे." उन्होंने कहा कि शिवसेना और एनसीपी दो धड़ों में इसलिए बंटी क्योंकि उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के बजाय अपने बेटे को तरजीह दी और शरद पवार ने अजित पवार के बजाय अपनी बेटी को तरजीह दी."
'परिवार आधारित राजनीति नहीं करती बीजेपी'
अमित शाह ने आगे कहा, "ये दल अपने परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता देते हैं और पार्टी बंट जाती है. वे बिना किसी बात के भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हैं." उन्होंने कहा कि बीजेपी परिवार आधारित राजनीति के खिलाफ है. उन्होंने कांग्रेस के इन आरोपों को भी खारिज किया कि बीजेपी आरक्षण को कमजोर करना चाहती है.
उन्होंने कहा कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी नेतृत्व महिलाओं के लिए महायुति सरकार की लाडकी बहिन योजना को निशाना बनाता रहा है, लेकिन उसने अधिक वित्तीय सहायता देने का ऐसा ही आश्वासन दिया है. गृह मंत्री ने निवेश के मामले में महाराष्ट्र के पिछड़ने के एमवीए के आरोपों को खारिज किया.
ये भी पढ़ें
'नतीजों के बाद कौन किसके साथ...', नवाब मलिक के बयान से मची सियासी खलबली