Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच विभिन्न सियासी पार्टियां मोर्चे बंदी में जुट गई हैं. इस बीच लोकसभा चुनाव में राज्य में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नई रणनीति बनानी शुरू कर दी है. ऐसे में सोमवार (5 अगस्त) को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देर रात अपने सागर स्थित आवास पर मराठवाड़ा विधायकों के साथ बैठक की.
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में मराठा आरक्षण, लंबित विकास कार्यों पर चर्चा की गई. साथ ही विधायकों ने संगठनात्मक मुद्दों पर भी चर्चा की. वहीं लोकसभा चुनाव में मराठवाड़ा में बीजेपी को बड़ा झटका लगने के बाद उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सभी विधायकों को अब विधानसभा के लिए जोरशोर से तैयारी करने का निर्देश दिया है.
वहीं बैठक से पहले नागपुर में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में फिर से महायुति गठबंधन की सरकार के गठन का भरोसा जताया. बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हमारी समस्या यह है कि 2014 के बाद हमें जीतने की आदत हो गई है, इसलिए एक भी चुनाव हारने पर कार्यकर्ता थक जाते हैं और निराश हो जाते हैं, लेकिन कार्यकर्ता इस तरह का व्यवहार करना बंद कर दें, अब मैं तीन महीने में अपनी सरकार लाऊंगा. आप सभी मजबूती के साथ मैदान में उतरें."
लोकसभा में मिला झटका
बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. एनडीए (महायुति) को महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट में से केवल 17 सीट पर जीत मिली थी. बीजेपी की सीट की संख्या 2019 से 23 से घटकर इस बार मात्र 9 रह गई. वहीं शिवसेना को 7 और एनसीपी को एक सीट नसीब हुई.
इसके अलावा विपक्षी खेमे की बात करें तो लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस 13 सांसदों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) 9 और एनसीपी (शरद पवार) 8 सीटों पर जीती. राज्य में विपक्षी गठबंधन एमवीए (इंडिया अलायंस) ने 48 में से 30 सीटें जीतीं.