महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार और सपा की राहें अलग? MLA अबू आजमी ने किया ये दावा
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार की एनसीपी और समाजवादी पार्टी के अलग होने की अटकलों पर सपा विधायक अबू आसिम आजमी की प्रतिक्रिया सामने आई है.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के 288 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए नवंबर में चुनाव होने की संभावना है, लेकिन उससे पहले प्रदेश में राजनीति चरम पर है. महाविकास अघाड़ी और महायुति दोनों गठबंधन पूरे जोर शोर से चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं. इस बीच राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शरद पवार की एनसीपी और समाजवादी पार्टी ने अपनी राहें अलग कर ली हैं. ऐसे में महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है.
अबू आसिम आजमी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट कर कहा, "बेशक, महा विकास आघाड़ी का नेतृत्व कर रहे शरद पवार के साथ समाजवादी पार्टी हमेशा रही है और आगे भी रहेगी. अब महाराष्ट्र की जनता महा विकास आघाड़ी को जनादेश देने जा रही है. जय हिंद, जय महाराष्ट्र."
बेशक, महाविकास आघाड़ी का नेतृत्व कर रहे आदरणीय शरद पवार जी के साथ समाजवादी पार्टी हमेशा रही है और आगे भी रहेगी।
— Abu Asim Azmi (@abuasimazmi) September 9, 2024
अब महाराष्ट्र की जनता महाविकास आघाड़ी को जनादेश देने जा रही है।
जय हिंद, जय महाराष्ट्र।#SamajwadiParty #NCPSP #Maharashtra #MahaVikasAghadi @PawarSpeaks… pic.twitter.com/pnr4Y4fS1f
एनसीपी एसपी विधायक ने क्या कहा?
वहीं शरद पवार की पार्टी एनसीपी (SP) से विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भी एक्स पर ट्वीट कर कहा, "कुछ शरारती तत्व अफवाह फैला रहे हैं कि समाजवादी पार्टी और एनसीपी (एसपी) अलग होने जा रहे हैं. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि एनसीपी (एसपी) और समाजवादी पार्टी दोनों एमवीए के बैनर तले चुनाव लड़ेंगे."
बता दें महा विकास आघाडी (एमवीए) में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं. 2024 के लोकसभा चुनावों में MVA ने "जोड़-तोड़" की राजनीति की छाया में स्थानीय मुकाबलों में महायुति को किनारे कर दिया. MVA ने 48 में से 30 सीटें जीतीं, जबकि महायुति को 17 सीटों पर जीत मिली.
MVA में कांग्रेस ने 13 सीटें, शिवसेना (UBT) ने 9 सीटें और NCP (शरद पवार) ने 8 सीटें जीतीं. वहीं महायुति में बीजेपी ने 9 सीटें, शिवसेना (शिंदे) ने 7 सीटें और NCP (अजित पवार) ने केवल 1 सीट जीती. यह मुकाबला कड़ा था जहां दोनों गठबंधनों को लगभग 44 प्रतिशत वोट शेयर मिले. उन 15 सीटों में से जहां जीत का अंतर पांच प्रतिशत या उससे कम था, MVA ने 9 और महायुति ने 6 सीटें जीतीं.