Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अध्यक्ष राज ठाकरे ने अमरावती में एक चुनावी सभा के दौरान एनसीपी नेता शरद पवार और शिवसेना यूटीबी चीफ उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा. उन्होंने शरद पवार को महाराष्ट्र में जातिवाद फैलाने वाला संत और तो उद्धव ठाकरे को स्वार्थी बताया है. मनसे नेता ने कहा कि हिंदू बिखरे हैं, वो सिर्फ दंगे के समय साथ आते हैं और मुस्लिम एमवीए को वोट करने के लिए मस्जिदों से फतवे निकाल रहे हैं.


राज ठाकरे ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब सारी मस्जिदों से लाउडस्पीकर मैंने निकलवाए, जिसके बाद हमारे लोगों पर 17 हजार केस दर्ज हुए. मेरे हाथ में अगर सत्ता होती तो एक भी मस्जिद पर लाउडस्पीकर नहीं दिखता. AIMIM नेता इम्तियाज जलील ने हजारों मुसलमानों को लेकर मुंबई तक मोर्चा निकाला, उसकी हिम्मत कैसे हुई, क्योंकि कांग्रेस के ज्यादा सांसद जीतकर आए.


‘हिंदू हृदय सम्राट ही निकाल दिया’
मनसे चीफ ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे के नाम के आगे से हिंदू हृदय सम्राट ही निकाल दिया, ये स्वार्थ के नाते किया, क्योंकि उनकी मजबूरी है, उनके साथ कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी है, वो बालासाहेब को हिंदू हृदय सम्राट बोलेंगे तो ठीक नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि नवनीत राणा लोकसभा चुनाव हारी तो मुस्लिम सड़कों पर क्यों आ गए, अमरावती में दंगे हुए हैं. एकबार सत्ता दो इन सबको मैं ठीक कर दूंगा.


ठाकरे ने कहा उद्धव ठाकरे हर जिल में शिवाजी का मंदिर बनाने की बात कह रहे हैं, क्यों भाई शिवाजी के पुतले कम पड़ गए हैं क्या? सिंधुदुर्ग में तेज हवा से पुतला गिरा ऐसा हो नहीं सकता, लेकिन पुतले लगवाने से अच्छा है कि शिवाजी के किलो को सहेजा जाए, उनकी रक्षा की जाए.


शरद पवार पर भी ठाकरे ने बोला हमला
राज ठाकरे ने कहा कि हिंदुत्व का माहौल खराब करने के लिए उन्हें जातियों में बांट दिया गया है, क्योंकि महाराष्ट्र में एक संत काम कर रहे हैं, उनका नाम संत शरदचंद्र पवार है. अभी मराठा और ओबीसी का विवाद चल रहा है, उसके जनक भी शरद पवार हैं. मैंने मनोज जरांगे को बोला था कि ऐसे आरक्षण संभव नहीं है, 20 नवंबर को चुनाव होगा, सब रूक जाएगा. 


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