Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर प्रदेश की सियासत में जबरदस्त गर्माहट देखने को मिल रही है. वहीं, सोमवार (14 अक्टूबर) को महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की, जिसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सीट बंटवारे को लेकर कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं है. फिलहाल सीट बंटवारे की बैठक अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हो पाई है.
उन्होंने कहा, प्रदेश की 288 सीटों पर महाविकास अघाड़ी चुनाव लड़ेगी, जिसको लेकर हमारी पूरी तैयारी है. वहीं सात एमएलसी नियुक्त किए जाने पर उन्होंने कहा, "यह चुनावी जुमला है, किस प्रकार संवैधानिक व्यवस्था से बेईमानी की जाती है, यह बीजेपी पूरे देश को सिखा रही है. जब यह सुप्रीम कोर्ट की भी नहीं सुन रहे हैं, तो यह दिखा रहा है कि पावर का दुरुपयोग करना बीजेपी का काम है."
MVA के नेताओं ने क्या कहा?
वहीं कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, "हमने 222 सीट फाइनल कर दी है और बाकी कल फाइनल हो जाएगी. जहां पर जिसके जीतने की संभावना है, वहां पर उनको सीट देंगे. आपस में ज्यादा कम नहीं होता महायुति को सत्ता से हटाना ही हमारा उद्देश्य है." महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और शरद पवार गुट के नेता अनिल देशमुख ने चुनाव आयोग द्वारा झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा पर कहा, "महा विकास अघाड़ी पूरी तरह से चुनाव के लिए तैयार है. "
उन्होंने कहा, "महा विकास अघाड़ी के दल कांग्रेस, एनसीपी-एससीपी और शिवसेना (यूबीटी) अन्य दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. हम अच्छी तरह से समन्वय कर रहे हैं. महाराष्ट्र के लोग अभी गुस्से में हैं. किसान महंगाई की वजह से गुस्से में हैं. बड़े उद्योग जो महाराष्ट्र में आ सकते थे, वे दूसरे राज्यों में चले गए. इससे यहां के युवाओं को काफी नुकसान हुआ. हम महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रहे हैं."
हालांकि, लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन से खुश कांग्रेस महा गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका निभाते हुए 115 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. जबकि शिवसेना उद्धव गुट इस बात पर राजी नहीं है, इसीलिए वो भी कांग्रेस के बराबर सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. वहीं गठबंधन की तीसरी पार्टी एनसीपी शरद पवार भी करीब 80 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.
वहीं, अगर महाविकास अघाड़ी के संभावित फॉर्मूले की बात करें तो, कांग्रेस 100–110 सीट, शिवसेना (उद्धव गुट)100–110 सीट और एनसीपी (शरद पवार) 80–85 सीट का है. इसमें वाम दल और अन्य छोटे दलों को भी एडजस्ट किया जाएगा.