Maharashtra Election: BJP के विरोध के बीच नवाब मलिक की उम्मीदवारी पर अजित पवार का बड़ा बयान, '4 तारीख को...'
Maharashtra Election 2024: एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने गुरुवार को बारामती विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान ग्रामीणों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने नवाब मलिक पर बड़ा बयान दिया है.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी संग्राम जारी है. प्रदेश में एक चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होनी है और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. उससे पहले प्रचार-प्रसार को दौर तेज हो गया है. इसी कड़ी में एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार बारामती पहुंचे, जहां उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान ग्रामीणों से बातचीत की. वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान पवार ने नवाब मलिक की उम्मीदवारी पर कहा कि किस-किस पार्टी से कौन-कौन उम्मीदवार रहेंगे, इसकी पूरी तस्वीर 4 तारीख को शाम 4 बजे तक साफ हो जाएगी.
नवाब मलिक के टिकट पर मचा बवाल
दूसरी तरफ से एनसीपी अजित पवार गुट की तरफ से नवाब मलिक को टिकट दिया गया है. इसके बाद से महायुति में बवाल मचा हुआ है. बीजेपी इसका खुलेआम विरोध कर रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने कहा कि पार्टी नवाब मलिक के पक्ष में प्रचार नहीं करेगी, वो उन्हें हराने के लिए लड़ेगी.
किरीट सोमैया ने कहा कि बीजेपी पहले से नवाब मलिक को चुनाव लड़ाने के खिलाफ है, जिसकी वजह से एनसीपी ने पहले नवाब मलिक की जगह उनकी बेटी सना मलिक को टिकट दी. इसके बाद अंतिम क्षण में मानखुर्द-शिवाजी नगर विधानसभा सीट से नवाब मलिक को टिकट दे दिया गया.
#WATCH | Baramati: When asked about NCP leader and candidate from Mankhurd Shivaji Nagar, Nawab Malik, Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar says, "By November 4, it will be clear which candidate will contest from which seat." pic.twitter.com/qQYqlv0Djl
— ANI (@ANI) November 1, 2024 [/tw]
अबू आजमी ने खड़े किए सवाल
समाजवादी पार्टी के तीन बार के मौजूदा विधायक अबू आजमी ने मानखुर्द-शिवाजी नगर सीट से नवाब मलिक को टिकट दिए जाने पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि नवाब मलिक को टिकट देने पर बीजेपी जो आपत्तियां जता रही हैं, वो केवल दिखावा है. इस मुकाबले में नवाब मलिक को इसलिए लाया गया है ताकि मुस्लिम वोटों का विभाजन हो सके.
नवाब मलिक को टिकट की क्या मानी जा रही वजह?
इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में अजित पवार की एनसीपी को सिर्फ चार सीटें ही चुनाव लड़ने के लिए मिली थीं. वहीं विधानसभा चुनाव में भी उन्हें सबसे कम सीटें मिली हैं. ऐसे में पार्टी के नेता हर बात पर समझौता नहीं करना चाहते. बीजेपी के दवाब के बावजूद नवाब मलिक को टिकट देकर अजित पवार खुद को साबित करना चाहते हैं, क्योंकि मलिक उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं में से हैं और एक बड़ा मुस्लिम चेहरा भी है.
ऐसे में नवाब मलिक का समर्थन खोने से लोकसभा चुनाव की तरह पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस वजह से भी मलिक को टिकट दिया गया.
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