Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने सोमवार (29 जुलाई) को कहा कि उनकी निष्ठा एनसीपी नेता और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ है. नरहरि जिरवाल का स्पष्टीकरण रविवार को नासिक में एनसीपी की जन सम्मान यात्रा में उनकी अनुपस्थिति को लेकर आया है. नरहरि जिरवाल ने नासिक में मीडिया से कहा कि अजित पवार को हमेशा मेरा समर्थन है. मेरे साथ को लेकर कोई अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए.


इस बीच एनसीपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे ने घोषणा की कि नरहरि जिरवाल एनसीपी के टिकट पर नासिक जिले के डिंडोरी निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. नासिक शहर में पार्टी की बैठक में नरहरि जिरवाल के शामिल होने की उम्मीद नहीं थी. एनसीपी डिंडोरी क्षेत्र में एक बैठक आयोजित करेगी, जिसमें नरहरि जिरवाल शामिल होंगे. सुनील तटकरे ने कहा कि वो उस बैठक की तैयारियों में व्यस्त हैं.


जिरवाल के बेटे के इस बयान ने सबको चौंकाया 
गौरतलब है कि नरहरि जिरवाल के बेटे गोकुल जिरवाल ने हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की एक बैठक में भाग लिया था. साथ ही शरद पवार और उनकी पार्टी के साथ काम करने की कसम खाई थी. उन्होंने कहा था, "अगर शरद पवार अनुमति देते हैं, तो मैं डिंडोरी विधानसभा सीट से अपने पिता के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ूंगा." उन्होंने कहा कि कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मैं एनसीपी (एसपी) के साथ काम करने का इच्छुक हूं.


एनसीपी में अजित पवार के नेतृत्व में हुई बगावत के बाद नरहरि जिरवाल ने एनसीपी नेता शरद पवार का साथ छोड़ दिया था. नरहरि जिरवाल अजित पवार के साथ चले गए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उनके बेटे गोकुल जिरवाल ने एनसीपी (शरद पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल से अपने लिए उम्मीदवारी मांग कर सभी को चौंका दिया था. हालांकि, उन्हें उम्मीदवारी नहीं मिली थी.



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