Maharashtra Assembly Election 2024: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने सोमवार (30 सितंबर) को दावा किया कि महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी लोकसभा चुनाव में मिली सफलता दोहराएगी और राज्य का अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस से ही होगा. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने विश्वास जताया कि विपक्षी महा विकास आघाडी (MVA) 288 सदस्यीय विधानसभा में 180 से अधिक सीट जीतेगी और सरकार बनाएगी.


पृथ्वीराज चव्हाण सतारा में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने महाराष्ट्र में हाल के लोकसभा चुनावों में अधिकतम सीट जीती है और वह विधानसभा चुनावों में भी अपना प्रदर्शन दोहराएगी. महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी से होगा." एमवीए ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट में से 30 पर जीत हासिल की. इनमें से कांग्रेस ने अकेले 13 सीट जीतीं और वह दोहरे अंक का आंकड़ा पार करने वाली एकमात्र पार्टी थी.


कांग्रेस को 2019 के चुनाव में सिर्फ एक सीट मिली थी. इस गठबंधन में कांग्रेस के अलावा राकांपा (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) शामिल है. वहीं गठबंधन के नेताओं ने नवंबर में होने वाले चुनावों से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने से परहेज किया है. हालांकि, कांग्रेस के पदाधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनकी पार्टी अधिकतम सीट जीतेगी और शीर्ष पद हासिल करेगी. 


लोकसभा में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा रहा- चव्हाण
उन्होंने कहा, "लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा रहा. लोकसभा चुनावों में एमवीए द्वारा जीती गई 65 प्रतिशत सीट के आधार पर, विपक्षी गठबंधन विधानसभा चुनावों में 183 या उससे अधिक सीट जीतेगा. कांग्रेस विदर्भ क्षेत्र में अपनी पकड़ फिर से हासिल करेगी, जहां सत्तारूढ़ बीजेपी पिछले कुछ सालों में एक प्रमुख राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी है."


कांग्रेस नेता ने कहा, "कांग्रेस विदर्भ में जीत दर्ज करने जा रही है. आरक्षण का लाभ मांग रहे मराठवाड़ा क्षेत्र के दलित, मुस्लिम और मराठा लोगों ने लोकसभा चुनाव में महायुति या बीजेपी के नेतृत्व वाले राजग के उम्मीदवारों को हराया है." वहीं दो हफ्ते पहले कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा था कि "उन्हें 100 प्रतिशत विश्वास है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से होगा." 


थोराट के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा था कि कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका निभाने से बचना चाहिए. सितंबर की शुरुआत में राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है. पवार ने कहा था कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार का फैसला इस आधार पर किया जाएगा कि गठबंधन में कौन सी पार्टी सबसे ज्यादा सीट जीतती है.



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