Maharashtra Election: महाराष्ट्र में कहीं MVA तो कहीं महायुति का दबदबा, किस रीजन में किसकी स्थिति है मजबूत?
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में 2019 विधानसभा चुनावों में क्षेत्रवार बीजेपी गठबंधन की स्थिति अच्छी रही थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में उसे हर क्षेत्र में झटका लगा है.
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जातिगत वोट और क्षेत्रवार प्रदर्शन भी अहम भूमिका निभाने वाला है. राज्य में हर रीजन में अलग-अलग पार्टियों का दबदबा है, यह दबदबा जाति आधारित वोटों के कारण भी है. मुंबई, ठाणे एवं कोंकण, पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाड़ा,विदर्भ और उत्तरी महाराष्ट्र ये महाराष्ट्र के क्षेत्र हैं.
अब राज्य की कुल आबादी में अलग-अलग जातियों की संख्या देखें तो यहां मराठा सबसे बड़ी आबादी है. कुल आबादी का यह 28 प्रतिशत हैं. राज्य में ब्राह्ण और दूसरी उच्च जातियों की संख्या चार प्रतिशत ही है. वहीं, ओबीसी आबादी 38 प्रतिशत है. इनमें कुनबी,माली, वंजारी और धनगर शामिल है. वहीं, दलित आबादी 12 प्रतिशत, आदिवासी 9 प्रतिशत, बौद्ध आबादी करीब छह प्रतिशत, ईसाई एक प्रतिशत और मुस्लिम 11 प्रतिशत हैं.
मराठवाड़ा
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा रीजन में 46 सीटें हैं. इनमें से बीजेपी-अविभाजित शिवसेना ने पिछले चुनाव 28 सीटें जीती थीं. कांग्रेस और अविभाजित एनसीपी को 8-8 सीटें मिली थीं लेकिन मराठा आंदोलन के कारण महायुति को नुकसान झेलना पड़ा और मराठाओं के वोट महायुति के खिलाफ गए जिससे महाविकास अघाड़ी को फायदा हुआ. लोकसभा चुनाव में 8 में से सात सीटें महाविकास अघाड़ी ने जीती है.
उत्तर महाराष्ट्र
उत्तर महाराष्ट्र में विधानसभा की 35 सीटें हैं. इनमें से अकेले 20 सीट 2019 में बीजेपी ने जीती थी. अविभाजित शिवसेना ने छह, अविभाजित एनसीपी ने चार और कांग्रेस ने पांच सीटें जीती थीं.
विदर्भ
विदर्भ में विधानसभा की 35 सीटें हैं. कांग्रेस ने 29 सीटें जीती थीं. बीजेपी के पास 15 सीट है. अविभाजित शिवसेना ने 12 और अविभाजित एनसीपीने पांच जीती थीं. 2024 के लोकसभा चुनाव में एमवीए ने 10 में से सात लोकसभा सीटें यहां से जीती हैं. विदर्भ बीजेपी के लिए अहम है क्योंकि आरएसएस का कार्यालय विदर्भ के नागपुर जिले में स्थित है. यहां से नितिन गडकरी और देवेंद्र फडणवीस जैसे बीजेपी के कई बडे़ नेता आते हैं.
पश्चिम महाराष्ट्र
पश्चिम महाराष्ट्र में 70 सीटें हैं. अविभाजित एनसीपी ने 2019 में 19, बीजेपी ने 17, अविभाजित शिवसेना ने 17, और कांग्रेस ने 10 सीटें जीती थीं.
मुंबई-कोंकण
मुंबई में विधानसभा की 36 सीट है. यहां शिवसेना का दबदबा रहा है. मुंबई में 28-30 प्रतिशत मराठी हैं. इसके बाद 19 प्रतिशत गुजराती हैं. दूसरे राज्यों से आए लोगों की संख्या करीब 40 प्रतिशत है. लोकसभा चुनाव में यहां महायुति को झटका लगा जो केवल दो सीटें ही जीत पाई जबकि छह में से चार महाविकास अघाड़ी ने जीती थी. कोंकण और मुंबई की कुल विधानसभा सीटों की संख्या 75 है. 2019 के चुनाव में अविभाजित शिवसेना और बीजेपी ने 56 सीटें जीती थीं.
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