Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एकनाथ शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने महाविकास अघाड़ी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि MVA में भयंकर रुप से आग लगी है. शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस दोनों एक दूसरे का घर जलाने के लिए तैयार हो गए हैं. हालात ये है कि उद्धव ठाकरे लगातार कांग्रेस पर दबाव बनाए बैठे हैं. वो चाहते हैं कि उनको मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करें लेकिन कांग्रेस पार्टी इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है.


शिवसेना नेता संजय निरुपम ने आगे कहा, ''उद्धव ठाकरे और उनके खास लोगों ने एक दुष्प्रचार किया, झूठी खबरें फैलाई कि उनकी पार्टी यानी यूबीटी महाविकास अघाड़ी से बाहर निकल रही है. कांग्रेस को समझ में आ गया कि झूठ बोला जा रहा है." 






कांग्रेस की तरफ से भी दुष्प्रचार किया गया- संजय निरुपम


न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा, ''कांग्रेस की तरफ से भी एक प्रकार का दुष्प्रचार किया गया कि उद्धव ठाकरे, संजय राउत और बीजेपी के किसी नेता के बीच गुपचुप मीटिंग हुई है और ये बाहर निकल सकते हैं. एक दूसरे के खिलाफ षड्यंत्र करना, किसी पार्टी को कम आंकना, महाविकास अघाड़ी के तीनों दलों के बीच ये सब चल रहा है. 


लोकसभा चुनाव में उद्धव गुट का स्ट्राइक रेट खराब- निरुपम


शिंदे गुट के नेता ये भी कहा कि शिवसेना (यूबीटी) का प्रॉब्लम ये हुआ कि लोकसभा चुनाव के समय दबाव बनाकर ज्यादा से ज्यादा सीटें ली. इन्होंने 21 सीटें ली. इन 21 सीटों में से महज 9 सीट पर जीत पाए. उनका स्ट्राइक रेट बहुत ही निचले स्तर का था. कांग्रेस पार्टी ने उनको ये भी अहसास दिला दिया कि आपने जो भी सीटें जीती हैं, वो कोई मराठी या शिवसेना के परंपरागत वोटों से नहीं बल्कि कांग्रेस के परंपरागत वोटों या मुस्लिम वोटों से जीत मिली. लोकसभा चुनाव नतीजों का विश्लेषण करने पर ये बात समझ में आती है.'' 


कांग्रेस ने शिवसेना यूबीटी का नब्ज को पकड़ लिया- निरुपम


संजय निरुपम ने आगे कहा, ''आज कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना (यूबीटी) के नब्ज को पकड़ लिया है और इसी वजह से वो उसे दबा रही है. शिवसेना (यूबीटी) दबना नहीं चाहती है. तीनों पार्टिया एक दूसरे पर भयंकर तौर से अविश्वास कर रही हैं. महाविकास अघाड़ी की पार्टियों के बीच इतने मतभेद हैं तो ये लोग पूरे महाराष्ट्र को क्या संभाल पाएंगे." 


उद्धव ठाकरे को उनके लोग ही स्वीकार नहीं कर रहे- निरुपम


उन्होंने कहा, ''महाविकास अघाड़ी के दूसरे नेता उद्धव ठाकरे को अपना चेहरा बनाने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्हें लगता है अगर वो सीएम बन गए तो वो ऑनलाइन चले जाएंगे, लोगों से मिलने से कतराएंगे. मंत्रालय में वो पूरे ढाई साल में पूरे ढाई दिन गए थे. तो ऐसे नेता को मुख्यमंत्री बनाने का मतलब है कि महाविकास अघाड़ी बर्बाद हो जाएगी और महाराष्ट्र भी तबाह हो जाएगा. उद्धव ठाकरे को उनके लोग ही स्वीकार नहीं कर रहे हैं तो महाराष्ट्र कैसे स्वीकार करेगा.'' 


ये भी पढ़ें:


रामदास अठावले का बड़ा बयान, 'MVA को CM चेहरा तय करने जरूरत नहीं क्योंकि...'