'क्या ये वोट जिहाद...', महाराष्ट्र चुनाव से पहले मदरसा शिक्षकों का वेतन बढ़ाने पर संजय राउत का BJP पर तंज
Maharashtra Election 2024: संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, बच्चों को पढ़ाने वालों का वेतन बढ़ना चाहिए, लेकिन अगर हमने ऐसा किया होता तो बीजेपी इसे वोट जिहाद कहती.
Maharashtra Assembly Election 2024: शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार (11 अक्तूबर) को महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सवाल किया कि मदरसा शिक्षकों के मानदेय और वेतन में बढ़ोतरी करने का फैसला क्या 'वोट जिहाद' नहीं है. संजय राउत ने आरोप लगाया कि चुनावी गणित को ध्यान में रखते हुए 'मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना' जैसी योजनाओं का कार्यान्वयन और मौलाना आजाद वित्तीय निगम की कार्यशील पूंजी को 700 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1,000 करोड़ रुपये किया जा रहा है.
संजय राउत ने कहा, "क्या यह लाडकी बहिन जैसी योजनाएं और मदरसा शिक्षकों के वेतन में बढ़ोतरी वोट जिहाद नहीं है? बच्चों को पढ़ाने वालों का वेतन बढ़ना चाहिए, लेकिन अगर हमने ऐसा किया होता तो बीजेपी इसे वोट जिहाद कहती." वहीं कांग्रेस नेता नसीम खान ने कहा, मदरसा शिक्षकों के मानदेय और वेतन में बढ़ोतरी का कदम आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर उठाया गया है.
कांग्रेस ने क्या कहा?
उन्होंने सवाल किया कि "बीजेपी अपने उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है जो मुसलमानों को धमकी दे रहे हैं. मानदेय और वेतन के साथ-साथ मौलाना आजाद वित्तीय निगम की कार्यशील पूंजी में बढ़ोतरी का फैसला मुसलमानों के उत्थान के लिए नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए है कि बीजेपी उतना खराब प्रदर्शन न करे जितना कि 2024 के लोकसभा चुनाव में किया."
बीजेपी ने किया पलटवार
नसीम खान ने आगे कहा, हालांकि, इन सभी मकसद के बावजूद हम दोनों फैसलों का स्वागत करते हैं, लेकिन महाराष्ट्र चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन की हार की उलटी गिनती शुरू हो गई है. बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने राउत पर पलटवार करते हुए कहा, "सरकार ने उद्धव ठाकरे और संजय राउत का वेतन नहीं बढ़ाया है, जिनकी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में वोट जिहाद का सहारा लिया था. जब स्वास्थ्य और शिक्षा की बात आती है, तो भारतीय जनता पार्टी की महायुति सरकार धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करती है."
बता दें महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने डीएड डिग्री वाले मदरसा शिक्षकों का मानदेय 6,000 रुपये से बढ़ाकर 16,000 रुपये, जबकि बीए, बीएड बीएससी डिग्री वाले शिक्षकों का मानदेय 8,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये करने का फैसला किया है. महाराष्ट्र में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है.