Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नेताओं के बीच जुबानी जंग धीरे-धीरे और तेज होती जा रही है. इस बीच एनसीपी (SP) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को अपने भतीजे अजित पवार को एक बार फिर से घेरा है. उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पर राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए परिवार को तोड़ने का आरोप लगाया.


बारामती के पास कन्हेरी शहर में अपने पोते और एनसीपी (एसपी) प्रत्याशी युगेंद्र पवार के समर्थन में प्रचार करते हुए शरद पवार ने अजित की नकल की, जो एक दिन पहले क्षेत्र में आयोजित एक रैली में युगेंद्र की उम्मीदवारी को लेकर भावुक हो गए थे. 


शरद पवार का अजित पवार पर तंज


सोमवार (28 अक्टूबर) को बारामती में एक रैली के दौरान अजित पवार ने युगेंद्र की उम्मीदवारी की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि बड़े-बुजुर्गों को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि बारामती का चुनावी समर पारिवारिक लड़ाई में न तब्दील हो. 


शरद पवार ने कहा, “मेरे माता-पिता और भाइयों ने मुझे कभी भी घर (परिवार) तोड़ने का पाप नहीं सिखाया.”


'किसी को भी अपने सहयोगियों का साथ नहीं छोड़ना चाहिए'


इसके साथ ही उन्होंने कहा, “लोगों ने बहुत समय पहले मुझे महाराष्ट्र का नेतृत्व करने का जिम्मा सौंपा था. मैं अब एक संरक्षक हूं और मैंने पार्टी से जुड़े मामले नयी पीढ़ी को सौंप दिए हैं.” 


राजनीति की दुनिया की अनिश्चितताओं को रेखांकित करते हुए पवार ने कहा कि खुद के लिए सत्ता हासिल करने के फेर में किसी को भी अपने सहयोगियों का साथ नहीं छोड़ना चाहिए. दुर्भाग्य से जब हम (अविभाजित एनसीपी) सत्ता में नहीं थे, तब हमारे कुछ सहयोगी सुबह उठे और अचानक शपथ ले ली. वह सरकार चार दिन भी नहीं चली.”


गौरतलब है कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन को लेकर सियासी रस्साकशी के बीच अजित पवार ने राजभवन में उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उस समय अजित विपक्षी दल एनसीपी (अविभाजित) के सदस्य थे.


शरद पवार ने सवाल किया, “चार बार उपमुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं देने के बावजूद वह (अजित पवार) अपने लिए उपमुख्यमंत्री पद सुरक्षित करने के वास्ते दूसरे पाले में चले गए. 


मैंने पवार कुनबे में कभी दरार पैदा नहीं की- शरद पवार


एनसीपी के संस्थापक ने कहा, “आपको अधिकांश बार यह पद हासिल हुआ. अगर आपको एक बार पद न मिल पाए, तो क्या आप घर (परिवार) तोड़ दोगे? अब यह कहा जा रहा है कि मैंने परिवार तोड़ा. यह सुनकर हंसी आती है. मैंने पवार कुनबे में कभी दरार पैदा नहीं की और परिवार के मुखिया के रूप में हर कोई उनकी बात सुनता था. मैंने कभी किसी के खिलाफ जाकर कुछ नहीं किया और न ही करूंगा. भविष्य में कोई भी व्यक्ति चाहे जो भी कदम उठाए, मैं गलत रास्ते पर नहीं जाऊंगा. मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मेरा परिवार एकजुट रहे.”


अजित पर निशाना साधते हुए शरद पवार ने एक रैली में दिए उनके भाषण का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “ऐसा कहा गया कि मैंने परिवार में फूट डाली. मेरे माता-पिता या भाइयों ने मुझे कभी परिवार तोड़ने का पाप नहीं सिखाया. अनंतराव पवार (अजित पवार के पिता) सहित मेरे सभी भाई मेरे साथ रहे.”


शरद पवार ने बारामती लोकसभा क्षेत्र में सुनेत्रा पवार के लिए चुनाव प्रचार से लेकर युगेंद्र की उम्मीदवारी को लेकर दिए गए भावुक भाषण तक, अजित पवार की “भाषा में आए बदलाव” को रेखांकित किया. बारामती लोकसभा क्षेत्र में अजित ने पत्नी सुनेत्रा को अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा था. हालांकि, सुनेत्रा चुनाव जीतने में असफल रही थीं.


पवार ने कहा, “लोकसभा चुनाव के दौरान (अजित द्वारा) लोगों से कहा गया था कि वे भावनाओं में न बहें. लोगों को बताया गया कि पवार साहब (शरद पवार) आंसू बहाएंगे और (अपनी बेटी सुप्रिया सुले के लिए) वोट मांगेंगे.” उन्होंने अजित की नकल उतारते हुए रूमाल निकाली और आंसू पोंछने का नकल करते हुए कहा, “आपने कल के भाषण में देखा होगा.” 


महाराष्ट्र की राजनीति के दिग्गज खिलाड़़ी शरद पवार ने दावा किया कि उन्होंने कई नेताओं को मंत्री पद की पेशकश की, लेकिन सुप्रिया सुले को एक भी पद नहीं सौंपा. NCP (एसपी) प्रमुख ने कहा कि उन्हें अदालत में घसीटा गया, क्योंकि उन्होंने जिस एनसीपी की स्थापना की थी, उसका नाम और चुनाव चिह्न दूसरे गुट को आवंटित कर दिया गया था. महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को होगा, जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी.


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