Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के चुनावी रण में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने सोमवार (11 नवंबर) को कहा कि महाराष्ट्र में लोगों की स्थिति में सुधार के लिए सरकार में बदलाव जरूरी है. उन्होंने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी की संविधान बदलने की योजना को विफल कर दिया. 


महाविकास अघाड़ी (MVA) के समर्थन में जलगांव जिले के पारोला में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, ''आपने हमें महाराष्ट्र की 48 (लोकसभा) सीटों में से 31 सीटें दीं और मोदी संविधान को बदलने का पाप नहीं कर सके. मोदी को चंद्रबाबू नायडू (जो टीडीपी के प्रमुख हैं) और नीतीश कुमार (जेडी-यू प्रमुख) की मदद से सरकार बनानी पड़ी.'' उन्होंने लोगों से अगले सप्ताह के चुनावों में एमवीए उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह किया.


महाराष्ट्र में बदलाव की बेहद जरूरत- शरद पवार


महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी और अजित पवार गुट की महायुति सरकार पर निशाना साधते हुए एनसीपी (एसपी) सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि अगर किसानों, महिलाओं और युवाओं की स्थिति में सुधार करना है तो राज्य में बदलाव की बेहद जरूरत है. बेहतरी के लिए हमने हाथ मिलाया है लेकिन बदलाव लाना किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है.


किसानों की आत्महत्या और बेरोजगारी पर महायुति को घेरा


उन्होंने किसानों की आत्महत्या, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे उठाए और कहा कि बेहतर जीवन स्थितियों को सुनिश्चित करने के लिए सरकार में बदलाव जरूरी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बदलापुर में स्कूल जाने वाली लड़कियों पर अत्याचार किये गये. महिलाओं पर अत्याचार के कितने उदाहरण दूं? महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के बजाय, उन्होंने घोषणा की कि हम अपनी प्यारी बहनों (लाडकी बहन) को पैसे देंगे


एमवीए के स्टार प्रचारक शरद पवार ने आगे कहा, ''हम गरीब महिलाओं पर लक्षित लाडकी बहन योजना के विरोध में नहीं हैं. आपने उन्हें पैसे तो दे दिये, लेकिन आपकी प्यारी बहनों की क्या हालत है? केंद्र सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 9,000 लड़कियां गायब हो गई हैं.


सत्ता परिवर्तन के लिए हम काम कर रहे- शरद पवार


पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसान परिवारों से नियमित आय के स्रोत के रूप में केवल खेती पर निर्भर रहने के बजाय नौकरियां अपनाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ''आपकी स्थिति में कोई बदलाव तब तक नहीं हो सकता है जब तक सरकार नहीं बदल जाती है. सत्ता परिवर्तन की बेहद जरूरत  है और हम इस दिशा में काम कर रहे हैं. हमने तय कर लिया है कि जो भी करना पड़ेगा हम करेंगे.'' बता दें कि महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर एक ही फेज में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि 23 नवंबर को मतगणना होगी.


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