Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में महायुति और महाविकास अघाड़ी गठबंधन विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव में अपना वर्चस्व दिखाने के लिए राज्य के छोटे राजनीतिक दलों ने भी अब तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. दरअसल, शिवसेना समर्थित निर्दलीय विधायक और प्रहार जनशक्ति पार्टी (पीजेपी) के नेता बच्चू कडू ने सरकार का साथ छोड़ने का फैसला किया है. उनका कहना है कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती तो अगले 15 दिनों के अंदर तीसरा मोर्चा स्थापित हो जाएगा.
निर्दलीय विधायक बच्चू कडू का कहना है कि उन्होंने राज्य में तीसरा मोर्चा बनाने के लिए पूर्व राज्यसभा सांसद संभाजी राजे छत्रपति और भारतीय जवान किसान पार्टी के नेता नारायण अंकुश के साथ हाथ मिलाने की योजना बनाई है. उन्होंने अपनी योजनाओं का खुलासा करते हुए कहा है अगर यह सरकार किसानों और विकलांगों के संबंध में कोई निर्णय नहीं लेती है, तो मैं कार्रवाई करने के लिए तैयार हूं. मैं सरकार से जल्द बाहर निकलने का फैसला लूंगा और अगले 15 दिनों में तीसरा मोर्चा स्थापित हो जाएगा.
रविकांत तुपकर भी कर चुके हैं तीसरा मोर्चा बनाने की पहल
बता दें कि इससे पहले किसान नेता रविकांत तुपकर भी तीसरा मोर्चा बनाने की बात कह चुके हैं. वे प्रदेश की कई छोटी और ताकतवर पार्टियों को साथ मिलाकर थर्ड फ्रंट बनाने की कवायद शुरू कर चुके हैं. जुलाई माह में उन्होंने तीसरा मोर्चा बनाने की पहल के तहत ही बच्चू कडू से मुलाकात भी की थी.
गौरतलब है कि अगर तीसरा मोर्चा बनता है तो पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसानों और विकलांगों की ताकत देखने को मिलेगी. इससे पहले जो चुनाव जातीय समीकरण पर लड़े जाते थे. अब पहली बार किसानों और विकलांगों के एक साथ आकर चुनाव लड़ने की संभावना है. हालांकि अभी गठबंधन कैसे बनता है और कौन-कौन इस गठबंधन में शामिल होगा. इसपर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं
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