'संजय राउत सही बोल रहे हैं कि...', एग्जिट पोल को लेकर शाइना एनसी का बड़ा बयान, किया ये दावा
Maharashtra Election Exit Poll Results 2024: संजय राउत ने कहा कि एग्जिट पोल एक्जैट पोल नहीं हैं. इस पर शिवसेना की प्रतिक्रिया आई है और तंज करते हुए कहा कि वह सही कह रहे हैं.
Maharashtra Exit Polls Result 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़े एग्जिट पोल पर संजय राउत (Sanjay Raut) की प्रतिक्रिया के बाद शिवसेना नेत्री शाइना एनसी ने उन्हें जवाब दिया है. शाइना एनसी ने कहा कि संजय राउत सही बोल रहे हैं कि एग्जिट पोल एक्जैट पोल हैं ही नहीं. एग्जिट पोल ने एमवीए को जितने नंबर दिए हैं, एक्जैट पोल में उससे आधे भी नहीं मिलेंगे. मैं उनको यह सलाह दूंगी कि सर आपकी नैया तो डूब चुकी है. महायुति की सरकार बनने जा रही है.
एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना की नेत्री शाइना एनसी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ''कांग्रेस पार्टी और शिवसेना-यूबीटी ने तुष्टिकरण की राजनीति की है. मुस्लिम को दबाए रखो, दलित को दबाए रखो. फिर प्रगति की बात कैसे कर सकते हैं. आप लोगों को अवसर नहीं देने वाला हैं. ऐसे बयानबाजी पर ही उतरेंगे. ये स्पर्धा कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी में को कौन सबसे खराब बयान देगा.''
#WATCH मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल को लेकर शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत के बयान पर मुंबादेवी विधानसभा सीट से शिवसेना उम्मीदवार शाइना एन.सी. ने कहा, "संजय राउत बिल्कुल सही कह रहे हैं कि एग्जिट पोल 'इग्जैक्ट पोल' है ही नहीं क्योंकि जिस आधार पर एग्जिट पोल में… pic.twitter.com/ThCV01bpSc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 21, 2024
लोग प्रगति के लिए वोट देते हैं - शाइना
शाइना एनसी ने दावा करते हुए कहा कि ''मुझे लगता है कि महायुति की सरकार सौ प्रतिशत बनने जा रही है. सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार का ढाई साल का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है. काम करके दिखाया है. आधारभूत संरचना देखिए, एयरपोर्ट, बुलेट ट्रेन, कोस्टल रोड, अटल सेतु, और रिफायनरी समेत अनगिनत लिस्ट है. लोग प्रगति के लिए ही वोट देते हैं. यह प्रदर्शन की राजनीति है ना कि विनाश की राजनीति है. मैं मानती हूं कि महायुति वापस आएगी. "
महाराष्ट्र मुंबादेवी से शिवसेना प्रत्याशी लोगों ने महायुति का काम देखा है. लाड़की बहिन योजना के तहत ढाई करोड़ महिलाओं के खाते में साढ़े सात हजार रुपये गए हैं. युवाओं ने स्टाइपेंड और स्कॉलरशिप स्कीम देखा है. किसानों को एमएसपी और फसल बीमा योजना से राहत मिल रही है. बुजुर्गों को पेंशन मिल रहा है. महिला, युवा, बुजुर्ग और किसानों ने देखा है कि यह प्रगति की सरकार है.
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