Maharashtra Vidhan Sabha Chunav Voting 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा की सभी 288 सीटों पर आज बुधवार (20 नवंबर) को सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है, जो शाम 6 बजे तक चलेगी. यहां कुल 4,136 प्रत्याशी मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति (बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी) और महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी-शरद पवार) के बीच है.


सत्तारूढ़ एमवीए में शामिल बीजेपी 149 सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना ने 81 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा 59 सीट पर चुनाव लड़ रही है. एमवीए में शामिल कांग्रेस 101 पर, शिवसेना (यूबीटी) 95 पर और राकांपा (शरदचंद्र पवार) 86 सीट पर चुनाव लड़ रही हैं.


बहुजन समाज पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सहित छोटी पार्टियां भी चुनाव लड़ रही हैं. बसपा ने 237 और एआईएमआईएम ने 17 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव (2019) की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इस साल 4,136 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि 2019 में 3,239 उम्मीदवार मैदान में थे.


कुल मतदाताओं की संख्या
इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय हैं. 150 से ज्यादा सीट पर बागी उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें महायुति और एमवीए के उम्मीदवार अपनी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि 30 अक्टूबर तक पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 9,70,25,119 है. इनमें 5,00,22,739 पुरुष मतदाता, 4,69,96,279 महिला मतदाता और 6,101 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। इसके अलावा, दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 6,41,425 है, जबकि सशस्त्र बलों के सेवा मतदाताओं की संख्या 1,16,170 है.


महाराष्ट्र में इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र होंगे, जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में इनकी संख्या 96,654 थी. मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी के कारण यह वृद्धि की गई है. राज्य सरकार के लगभग छह लाख कर्मचारी चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात किए हैं. 


MVA-महायुति आमने-आमने
इस चुनाव में जहां सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है. वहीं विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) को सत्ता में शानदार वापसी की उम्मीद है. चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और कई केन्द्रीय मंत्रियों जैसे प्रमुख नेताओं ने अपने अपने उम्मीदवारों के लिए राज्य में प्रचार किया.


सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को महिलाओं के लिए शुरू की गई "माझी लाडकी बहिण" जैसी अपनी लोकप्रिय योजनाओं की बदौलत सत्ता में बने रहने की उम्मीद है.  बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रमुखता से "बंटेंगे तो कटेंगे" और "एक हैं तो सेफ हैं" जैसे नारे लगाए. जबकि विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि महायुति इन नारों के जरिये धार्मिक आधार पर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है.



कैश कांड में विनोद तावड़े का नाम आने पर फडणवीस बोले, 'एक तरह से प्लान करके...'