सांगली में MVA में फंसा सीटों का पेच, क्या है कांग्रेस, उद्धव सेना और शरद गुट की मांग?
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के सांगली की छह विधानसभा सीटों पर MVA में तकरार शुरू हो गई है. यहां कांग्रेस, शरद पवार गुट और उद्धव ठाकरे की पार्टी ने चुनाव लड़ने का संकेत दिया है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ही महाविकास आघाडी में सांगली की सीटों को लेकर खींचतान शुरू हो गई है. जहां एक ओर रविवार (16 जून) तो एमवीए की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक साथ मैदान में उतरने का ऐलान किया. दूसरी तरफ कांग्रेस और दूसरी पार्टियों के नेताओं ने चुनाव लड़ने का संकेत दिया है.
दरअसल, कांग्रेस के दिग्गज नेता विश्वजीत कदम ने सांगली की चार से पांच विधानसभा सीटों पर दावा ठोक दिया है, जबकि एनसीपी शरद पवार गुट के जयंत पाटिल ने भी दो से तीन सीट पर चुनाव लड़ने की बात कही है. वहीं अब उद्धव गुट ने भी सांगली जिले की दो विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने का संकेत दिया है. दरअसल, सांगली लोकसभा सीट से चुनाव हारने वाले शिवसेना (यूबीटी) नेता चन्द्रहार पाटिल ने खानापुर-आटपाडी और मिराज सीट पर शिवसेना (यूबीटी) के चुनाव लड़ने का दावा किया है.
तीनों पार्टियों ने दिया चुनाव लड़ने का संकेत
लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार विशाल पाटिल (कांग्रेस नेता विश्वजीत कदम- समर्थित उम्मीदवार) के जीत के बाद कांग्रेस नेता विश्वजीत कदम ने कहा कि कोई कुछ भी कहे सांगली जिले में कांग्रेस विधानसभा की चार से पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जीतेगी. वहीं दूसरी तरफ एनसीपी शरद पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और शिवसेना (यूबीटी) नेता चन्द्रहार पाटिल ने भी इशारों-इशारों में अपनी पार्टी के चुनाव लड़ने का संकेत दिया है.
ऐसे में सवाल उठता है कि सीट बंटवारे को लेकर सांगली में कांग्रेस, शिवसेना (UBT) या फिर एनसीपी (SP) कौन मुख्य भूमिका में होगा. या एक बार फिर सीट बंटवारे को लेकर पेंच फसेंगा. वहीं कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम के दावों को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा है कि 2014 और 2019 के नतीजों को अगर छोड़ दिया जाए तो सांगली हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रहा है. ये बात सही है कि महाविकास अघाडी मिलकर चुनाव लड़ रही है, लेकिन विश्वजीत कदम का कहना भी बिल्कुल सही है.