Maharashtra BJP Candidates List 2024: भारतीय जनता पार्टी ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी कर दी है. इस लिस्ट में बीजेपी ने 99 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने अपनी पहली सूची में महिला उम्मीदवारों को भी खास तरजीह दी है.
इस लिस्ट में कुल 13 महिलाओं को टिकट दिया गया है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की बेटी श्रीजया चव्हाण को भोकर से उम्मीदवार बनाया गया है. यह कदम पार्टी की महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा संकेत है.
अधिकतर मौजूदा विधायकों को टिकट
वहीं बीजेपी ने अपनी पहली सूची में अधिकतर मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है. एंटी-इंकम्बेंसी के बावजूद पार्टी ने अपने नेताओं को फिर से मौका देकर यह संकेत दिया है कि वह अपने पुराने अनुभव को काम में लाना चाहती है. इससे यह साफ है कि पार्टी ने चुनावी रण में पुराने चेहरे के दम पर जीत दर्ज करने की रणनीति बनाई है.
शेलार परिवार को मिला दो टिकट
इस बार बीजेपी ने शेलार परिवार को खास तवज्जो दी है. आशीष शेलार को बांद्रा वेस्ट से और उनके छोटे भाई विनोद शेलार को मलाड से उम्मीदवार बनाया गया है. शेलार परिवार को एक ही चुनाव में दो टिकट देकर पार्टी ने यह संदेश दिया है कि वह अपने कद्दावर नेताओं के परिवार को भी महत्व दे रही है.
चंद्रशेखर बावनकुले का वापसी मौका
बीजेपी महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है. 2019 में उनका टिकट काटा गया था, लेकिन इस बार पार्टी ने उनके नेतृत्व और संगठनात्मक क्षमता को ध्यान में रखते हुए उन्हें फिर से मौका दिया है. बावनकुले की वापसी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
कालिदास कोलंबकर का नाम फिर से शामिल
वडाला विधानसभा सीट से 9 बार चुनाव लड़ चुके और 8 बार विजयी कालिदास कोलंबकर को एक बार फिर मौका दिया गया है. यह बीजेपी की ओर से उनके अनुभव और चुनावी कौशल को पहचानने का संकेत है.
अन्य प्रमुख नाम
- नागपुर दक्षिण पश्चिम से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
- कामठी से प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले
- जलगांव से संजय कूटे
- बल्लारपुर से सुधीर मुनगंटीवार
- कोथरुड (पुणे) से चंद्रकांत पाटील
- ठाणे से संजय केलकर
- नीलंगा से संभाजी नीलंगेकर
राव साहेब दानवे के बेटे को भी टिकट
बीजेपी ने राव साहेब दानवे के बेटे संतोष दानवे को भोकरदन से चुनाव लड़ने का मौका दिया है. यह टिकट परिवारवाद का एक और उदाहरण है, जहां पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेताओं के परिवार को भी प्रमुखता दी है.
बीजेपी की पहली सूची से यह स्पष्ट है कि पार्टी पुराने और अनुभवी नेताओं पर अपना भरोसा कायम रख रही है. महिला सशक्तिकरण पर जोर और परिवार के कद्दावर नेताओं को टिकट देकर पार्टी ने अपने सामाजिक संतुलन को भी साधने की कोशिश की है.
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