अमरावती में नवनीत राणा की आसान नहीं राह? शिंदे गुट के नेताओं ने बढ़ाई बीजेपी की टेंशन
Amravati Lok Sabha Seat: महाराष्ट्र की अमरावती सीट से बीजेपी ने निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी के इस फैसले से पार्टी के स्थानीय नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है.
Maharashtra BJP Candidate List: महाराष्ट्र में बीजेपी ने अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी के इस फैसले से शिंदे गुट के नेता और बीजेपी स्थानीय नेता नाराज हैं. बच्चू कडू ने कहा है कि वो नवनीत राणा के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे.
नवनीत राणा बुधवार देर रात को अपने समर्थकों के साथ नागपुर में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के आवास पर सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हो गईं. वह चार अप्रैल को अपना नामांकन भरेंगी.
नवनीत राणा को लेकर बीजेपी नेताओं में नाराजगी
अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को पार्टी में शामिल करने और उन्हें चुनाव लड़ाने का बीजेपी का फैसला महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन से जुड़े कुछ नेताओं को रास नहीं आया है और उन्होंने इसे ‘राजनीतिक आत्महत्या’ करार दिया है.
बच्चू कडू का बड़ा बयान
अमरावती से बीजेपी ने निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को टिकट देकर पार्टी में शामिल तो कर लिया है लकिन नवनीत राणा के लिए लोकसभा की लड़ाई आसान नहीं रहने वाली है. नवनीत राणा को टिकट दिए जाने का विरोध बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने किया है. प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और महायुति सरकार में मंत्री बच्चू कडू ने लोकसभा चुनाव 2024 में नवनीत राणा के लिए चुनाव प्रचार करने से इनकार कर दिया है.
कडू ने राणा की उम्मीदवारी को ‘लोकतंत्र का पतन’ बताया और कहा कि उन्हें हराना होगा. अडसुल ने इस कदम को महायुति का ‘राजनीतिक आत्महत्या’ वाला कदम बताया और घोषणा की कि भले ही उनकी पार्टी उनका समर्थन नहीं करे, फिर भी वह राणा के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. नवनीत राणा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अमरावती से अविभाजित शिवसेना के तत्कालीन सांसद अडसुल को हराया था.
नवनीत राणा के उम्मीदवारी के बाद अमरावती से महाविकास अघाड़ी के तरफ से कांग्रेस उम्मीदवार बलवंत वानखेड़े ने कहा है कि अमरावती में लड़ाई जनशक्ति बनाम धन शक्ति के बीच है. नवनीत राणा के काम से ना सिर्फ अमरावती की जनता बल्कि बीजेपी के स्थानीय नेताओं में भी नाराजगी है. NDA के सहयोगी दल भी नवनीत राणा से नाराज हैं. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए मैं अपनी जीत को लेकर कॉन्फिडेंट हूं. शिंदे गुट के नेता अभिजीत अडसुल भी अमरावती से नवनीत राणा को उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं.