Maharashtra Politics News: पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thacekray) के दिल्ली दौरे को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) ने तंज किया है. राणे ने कहा कि दिल्ली में हिंदी और अंग्रेजी में बोलना पड़ता है लेकिन उद्धव ठाकरे को हिंदी और अंग्रेजी नहीं आती है. उन्हें तो बस मराठी भाषा बोलनी आती है. मराठी दिल्ली में चलती नहीं है. नारायण राणे ने कहा कि उद्धव ठाकरे को दिल्ली में कौन पूछता है. उनकी पार्टी बहुत छोटी सी है. दिल्ली में उनके होने से कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला.


महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर थे. अपने दिल्ली यात्रा के दौरान उद्धव ठाकरे विपक्ष के कई बड़े नेताओं से भी मिले थे. उन्होंने इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में  कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कहा था कि सभी दलों से चर्चा चल रही है. 


बता दें कि मुंबई के बोरीवली कोराकेंद्र मैदान में तीसरा इंटरनेशनल मेगा ट्रेड फेयर का आयोजन किया जा रहा है. इसका उद्घाटन करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पहुंचे. इस दौरान फेयर में लगे फूड स्टॉल और अन्य स्टॉल का उन्होंने निरीक्षण किया. नारायण राणे ट्रेड फेयर में लगे स्टाल पर गए और वहां से जरूरी सामान भी खरीदे.


वक्फ बोर्ड की जमीनों का हो रहा गलत इस्तेमाल- नारायण राणे
इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की. राणे ने कहा कि मैंने लोकसभा में पेश हुए वक्फ एक्ट संशोधन बिल के बारे में भी अपनी बात रखी. वक्फ बोर्ड की जमीनों का गलत इस्तेमाल हो रहा है, यह बिल इसलिए लाया जा रहा है. लोकसभा में जिस वक्त वक्फ एक्ट संशोधन बिल पेश किया गया उस समय शिवसेना-यूबीटी के 9 सांसद गायब रहे. इसको लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में नारायण राणे ने कहा कि उन्हें वक्फ एक्ट के बारे में क्या पता है. उनके सांसदों को बिल पर जो कहना है वो कहेंगे. 


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