Maratha Reservation News: वरिष्ठ बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की आलोचना की है. उन्होंने कहा, शरद पवार ने कभी इस बात का जवाब नहीं दिया कि जब वह सरकार में थे तो मराठों को आरक्षण क्यों नहीं मिला. शरद पवार मराठा आरक्षण को लेकर 1960 से ही वादा कर रहे हैं और अब मराठा आरक्षण देने में विफल रहने के कारण इसकी जिम्मेदारी हम पर डाल रहे हैं, ऐसी आलोचना भी मुनगंटीवार ने की है.
क्या बोले मुनगंटीवार?
मुनगंटीवार ने कहा, उन्हें विश्वास है कि सरकार और ओबीसी प्रतिनिधियों के बीच बातचीत से समाधान निकलेगा. सरकार ओबीसी आंदोलन को लेकर गंभीर है. आज सरकार से बातचीत के बाद ओबीसी प्रतिनिधियों को मराठा समुदाय के आरक्षण को लेकर स्पष्टता और संतुष्टि मिलेगी. शरद पवार 1960 से मराठा आरक्षण के बारे में वादा कर रहे हैं और अब वह हम पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं क्योंकि वह मराठा आरक्षण देने में विफल रहे. उन्होंने कभी इस बात का जवाब नहीं दिया कि जब शरद पवार सरकार में थे तो मराठों को आरक्षण क्यों नहीं मिला. उन्होंने कभी इस बात का जवाब नहीं दिया कि एक मांग के लिए शालिनीताई पाटिल को पार्टी से क्यों निकाला गया.
राजनीतिक दल के नेता पैदा कर रहे अस्थिरता
उन्होंने कहा, कुछ राजनीतिक दल के नेता पूरी ताकत से महाराष्ट्र में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि उन्हें लगता है कि अस्थिरता की सीढ़ी पर ही उनकी ताकत बन सकती है. वह मौजूदा हालात पर नजर रखते हुए तुरंत नोटिस करेंगे कि इस समय अस्थिरता कौन पैदा कर रहा है? जब राज्य में इतनी भूख हड़तालें हुईं तो शरद पवार ने कभी भूख हड़ताल नहीं की. मुनगंटीवार ने यह भी कहा कि शरद पवार कभी धनगर समुदाय की भूख हड़ताल पर क्यों नहीं बैठे क्योंकि उन्हें पता है कि इन सबके जरिए उनके पास अस्थिरता पैदा करने का मौका है.