Watch: अशोक चव्हाण की बैठक में मराठा समुदाय के लोगों ने किया हंगामा, फिर...
Maratha Reservation: महाराष्ट्र में बीजेपी राज्यसभा सांसद अशोक चव्हाण को आज मराठा समुदाय की तरफ से विरोध का सामना करना पड़ा. मराठा आरक्षण के मुद्दे पर समुदाय के लोग उनसे सवाल कर रहे हैं.
Ashok Chavan on Maratha Reservation: कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को मराठा समुदाय के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने के बाद से मराठा समुदाय (मराठा आरक्षण) के लोग उनसे आरक्षण के मुद्दे पर जवाब मांग रहे हैं. बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन वर्तमान में राज्य और केंद्र में सत्ता में है. इसके अलावा बीजेपी में शामिल होते ही अशोक चव्हाण को राज्यसभा की सीट भी दे दी गई. इसलिए समुदाय के लोग अशोक चव्हाण से मराठा समुदाय के लिए आरक्षण के सवाल पर जवाब मांग रहे हैं.
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी अपनी तैयारियों में जुटी हुई है. नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार प्रताप पाटिल चिखलीकर के प्रचार के लिए बैठकें आयोजित की जा रही हैं.
जांब, ता. मुखेड, जि. नांदेड येथे आज महायुतीची प्रचारसभा सुरू असताना सकल मराठा समाजाचे काही बांधव सभेत आले. त्यांचे निवेदन मी स्वीकारावे, अशी त्यांची मागणी होती. सभा संपल्यावर आपण चर्चा करू, अशी विनंती मी त्यांना केली. मात्र, आताच निवेदन स्वीकारावे असा त्यांचा आग्रह असल्याने भाषण… pic.twitter.com/dW7moc0Gy5
— Ashok Chavan (@AshokChavan1958) April 18, 2024
बीजेपी ने नांदेड़ की जिम्मेदारी अशोक चव्हाण को दी है. अशोक चव्हाण ने इस मामले का एक वीडियो 'X' पर शेयर किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि मंच पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद अशोक चव्हाण कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं. इस बीच वहां मराठा समुदाय के कुछ लोग आ जाते हैं और जोर-जोर से नारे लगाने लगते हैं. पहले तो अशोक चव्हाण उनसे बात करने की कोशिश करते हैं लेकिन मराठा समुदाय के लोग शांत नहीं होते हैं. इसके बाद मजबूरन अशोक चव्हाण को अपना भाषण बंद करना पड़ता है और वहां मौजूद लोगों के बीच में जाकर उनकी बात सुननी पड़ती हैं.
इस बीच अशोक चव्हाण ने इस बारे में 'X' पर भी जानकारी दी है. उन्होंने कहा, "आज जब नांदेड़ में महायुति की प्रचार बैठक चल रही थी तो सकल मराठा समुदाय के कुछ सदस्य बैठक में आये. उन्होंने मांग की कि मैं उनका बयान स्वीकार कर लूं. मैंने उनसे अनुरोध किया कि हम बैठक के बाद चर्चा करेंगे. हालाँकि, जब उन्होंने बयान को अभी स्वीकार करने पर जोर दिया, तो मैंने भाषण रोक दिया और उनके बयान को स्वीकार कर लिया. इसके बाद वह चले गए और बैठक फिर से शुरू हुई."