India or Bharat: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 'भारत' शब्द के इस्तेमाल पर कांग्रेस के विरोध पर पलटवार करते हुए, बीजेपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सांसद राहुल गांधी से सवाल किया कि उन्होंने अपनी प्रसिद्ध रैली का नाम 'भारत जोड़ो यात्रा' क्यों रखा था. उन्होंने कहा कि “अगर गांधीवादी 'भारत' शब्द का विरोध करते हैं, तो उन्हें अपने अभियानों में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. वे पश्चिमी विरासत को आगे बढ़ाना चाहते हैं, जो उनके अनुकूल है. पूरा देश कार्यस्थल पर हिंदू संस्कृति और परंपरा का पालन करना चाहता है.
आगे उन्होंने कहा कि 'भारत' शब्द सभी के खून और दिल में है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक अपनी देशभक्ति दिखाने के लिए हम गर्व से कहते हैं 'भारत माता की जय' अंग्रेजों ने अपनी सुविधा के लिए 'इंडिया' शब्द गढ़ा. इसलिए, भारत को भारत का स्थान लेना चाहिए.''
उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए क्या बोले बावनकुले?
TOI के अनुसार, जालना लाठीचार्ज की घटना के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग करने वाले शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए, बावनकुले ने कहा कि आरक्षण को बनाए रखने में विफल रहने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री को पहले मराठा समुदाय से माफी मांगनी चाहिए. जो उन्हें स्वयं फडणवीस के नेतृत्व वाली तत्कालीन बीजेपी-शिवसेना सरकार द्वारा प्रदान किया गया था. उन्होनें बताया कि, ठाकरे को किसी के इस्तीफे की मांग करने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि वह खुद अपने मंत्रियों की मंडली के साथ मराठा आरक्षण उपद्रव के लिए जिम्मेदार थे. वह फेसबुक लाइव पर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार चलाते थे. अपने पूरे ढाई साल के कार्यकाल में, ठाकरे ने अपने ही विधायकों के पत्रों पर हस्ताक्षर तक नहीं किए.
बावनकुले ने किया ये दावा
बावनकुले ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे चाहते थे कि एकनाथ शिंदे और अन्य लोग सेना छोड़ दें क्योंकि उनका मकसद अपने बेटे आदित्य को पार्टी का अध्यक्ष बनाना था. “अपने पूरे कार्यकाल के दौरान, उद्धव ने महाराष्ट्र के लोगों की परवाह किए बिना खुद को अपने बेटे और परिवार तक ही सीमित रखा. उनके सांसदों और विधायकों को मातोश्री में प्रवेश नहीं मिला. आखिरकार, पार्टीजनों को कांग्रेस और एनसीपी से हार का डर सताने लगा और इसलिए उन्होंने उन्हें छोड़ दिया.''