Maharashtra Assembly Election: कल्याण लोकसभा क्षेत्र में अगली उम्मीदवारी को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच तकरार चरम पर पहुंच गई है. बीजेपी ने श्रीकांत शिंदे की और मदद नहीं करने का फैसला किया है. इसको लेकर सोलापुर माढा लोकसभा क्षेत्र के प्रमुख संजय कोकाटे ने विरोध जताया है. साथ ही उन्होंने सोलापुर में बीजेपी शिवसेना का विवाद भी खड़ा कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि इस विधानसभा क्षेत्र में केवल बीजेपी ही काम करती है. उन्होंने ये आरोप फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट कर लगाए हैं.


क्या बोले संजय कोकाटे?
संजय कोकाटे ने कहा, "कल्याण बीजेपी ने शिवसेना के साथ असहयोग करने का संकल्प लिया है. हम उनके रुख की निंदा करते हैं. बीजेपी को याद रखना चाहिए कि हम एकनाथ शिंदे के कारण ही सत्ता में हैं. सोलापुर जिले में भी बीजेपी के साथ बहुत अन्याय हुआ है. पालक मंत्री समय नहीं देते. संजय गांधी निराधार जैसी समितियां आगे नहीं आईं. हमारे पास कोई काम नहीं है. प्रशासन को केवल बीजेपी का काम करने के अलिखित आदेश दिए गए हैं.


माढा लोकसभा में हमने अपनी आंखों के सामने 25-30 साल के अन्याय के बाद एक बीजेपी सांसद को चुना. लेकिन बीजेपी के भीतर गुटबाजी के कारण हमने जिनका विरोध किया और मदद की, उन्हें ही ताकत मिलती है.


कल उन्हें अपने साथ ले जाने से शायद बीजेपी की अंदरूनी बगावत सुलझ जाए. लेकिन ऐसा नहीं लगता कि आने वाले समय में शिवसेना या मित्रा पार्टी बीजेपी के लिए प्रचार करेगी. हमें कुछ उम्मीद नहीं है. यहां तक ​​कि हमारे पत्र का भी जवाब नहीं दिया जाता है. अगर आप उन्हीं लोगों को साथ लेकर चलने वाले हैं जिनके खिलाफ खून बहाया गया था, तो हमसे उम्मीद न करें", 


ठाणे में विवाद?
ठाणे में बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) गठबंधन के बीच तकरार खुलकर सामने आ गई है. दोनों पक्षों के नेता एक-दूसरे की तीखी आलोचना करते नजर आ रहे हैं. इसी तरह अब बीजेपी नेता और पूर्व विधायक नरेंद्र पवार ने शिंदे गुट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के जख्मों पर नमक छिड़कने का आरोप लगाया है. साथ ही, क्या वह अधिकारी यह कहकर आसमान से गिर पड़ा है कि गठबंधन में तनाव आ गया है? उन्होंने यह सवाल किया. 


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