Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महाविकास अघाड़ी के नतीजे उम्मीद के मुताबिक देखने को नहीं मिले. महाविकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों के लिए यह चिंतन का विषय है. साथ ही इसमें शामिल कांग्रेस का प्रदर्शन भी संतोषजनक नहीं रहा. चुनाव नतीजों में देखा गया है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है. चुनाव से जुड़े इन्हीं अहम मुद्दों पर एबीपी न्यूज़ के संवाददाता सूरज ओझा ने महाराष्ट्र टाइम्स के पोलिटिकल एडिटर,समर खडस से बातचीत की है. पेश है उनसे बातचीत के मुख्य अंश


सवाल-महाराष्ट्र में मुस्लिम बहुल सीटों पर बीजेपी कैसे जीती?


जवाब-मुझे नहीं लगता है कि मुस्लिम बहुल इलाके का मतलब होता है, जहां पर 50 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हों और जितने भी मुस्लिम बहुत इलाके हैं वहां पर महायुति के उम्मीदवार नहीं जीते हैं. मुस्लिम या पंजाबी उनकी वेषभूषा ऐसी होती है जो उठकर दिखती है. 


सवाल- महाराष्ट्र विधानसभा में हारने वाली जगहों पर कैसे विजयी हुई बीजेपी?


जवाब- लोकसभा चुनाव की बात करें तो उस समय संविधान बदलने का जो मुद्दा कांग्रेस ने उठाया था वह बहुत ही सटीक बैठ गया था और ऐसा इस वजह से हुआ था कि बीजेपी के भी कई नेताओं ने संविधान बदलने की बात कही थी. इसके बाद महाराष्ट्र में बौद्ध समाज के लोग जो कि बाबासाहेब अंबेडकर के प्रति भावुक हैं उनका वोट कांग्रेस की तरफ गया उसके साथ ही ओबीसी और मराठा वोट भी कांग्रेस की खेमे में गया था लेकिन विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी ने उसे संविधान बदलने की नॉरेटिव को पूरी तरह से खत्म किया और उनके नेताओं ने हर जगह यह बोलना शुरू किया कि संविधान उनकी प्राथमिकता है. संविधान की वह सम्मान करते हैं इसके बाद यह मुद्दा भी विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी के लिए नहीं चला.


महाविकास अघाड़ी के पास कोई मुद्दा नहीं था. उनके शीर्ष नेता राहुल गांधी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अडानी और धारावी का मुद्दा निकाला और इन मुद्दों से मुंबई के बाहर के जिलों को कुछ नहीं फायदा है. यहां तक कि उस मुद्दे का असर धारावी के बगल की विधानसभा सायन कोलीवाड़ा विधानसभा में भी नहीं हुआ. 


सवाल-मुस्लिम इलाकों से लेकर हर वर्ग में कांग्रेस को नुकसान क्यों हुआ?


जवाब-आजादी के बाद से हर चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं के जो वोटिंग परसेंटेज होते हैं वह 35 के आसपास होते हैं. लोकसभा चुनाव में लोग मतदान केंद्र पर आए मतदान किया और उसे समय हमने देखा कि 55 फ़ीसदी से लेकर 80% तक मुस्लिम मतदाताओं ने अलग-अलग मतदान केंद्रों पर मतदान किया था, इस बार यह संख्या लोकसभा की तुलना में कम दिखाई दी. 


सवाल- आदिवासी समाज को छोड़कर महायुति को हर वर्ग में ज्यादा वोट मिले, क्या वजह है?


जवाब-मुझे नहीं लगता कि आदिवासी समाज ने महायुति को मतदान नहीं किया. लड़की बहन योजना एक ऐसी योजना थी जिसके माध्यम से ऐसे लोगों को पैसे मिले जिनकी महीने की इनकम ₹10,000 थी और ऐसे में जिसके घर पर सिर्फ ₹10,000 महीने आते हो उनकी आमदनी में डेढ़ हजार रुपए की बढ़ोतरी हो तो उन्हें इसका असर दिखाई देता है. आदिवासी समाज की बात करें तो सिर्फ एक ही जगह पर महाविकास अघाड़ी को जगह मिली है वह है नवापुर विधानसभा क्षेत्र जो की नंदुरबार में है इस जगह से कांग्रेस के नेता शिरीष कुमार नायक जीते हैं.