Mumbai News: मुंबई (Mumbai) में रहने वाले थर्ड जेंडर्स के लिए एक अच्छी खबर है. जल्द ही उन्हें मुंबई के बीच पर सार्वजनिक शौचालय की सुविधा मिलने वाली हैं. बता दें कि बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) इन शोचालयों को बनाने की योजना बना रही है. डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर डॉ संगीता हसनले ने बताया कि, बीएमसी जल्द ही बीच पर पूर्वनिर्मित शौचालय स्थापित करेगी. जो पुरुषों, महिलाओं, विशेष रूप से विकलांग और थर्ड जेंडर के लोगों के लिए भी होंगे.
सौर ऊर्जा के साथ शौचालय
बीएमसी के एक अधिकारी की दी गई जानकारी के अनुसार शुरुआत में बीच पर रूफटॉप सोलर पावर्ड यूनिट के साथ 27 शौचालय स्थापित किए जाएंगे. इस परियोजना पर 3.20 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ये शौचालय गिरगांव, दादर-माहिम, जुहू, वर्सोवा, मध-मार्वे और मनोरी-गोरई के बीच पर बनाए जाएंगे. क्योंकि ये सभी तटीय क्षेत्र सीआरजेड के अंतर्गत आते हैं. इसलिए यहां पर सीवर लाइनों का निर्माण संभव नहीं होगा. इसलिए ये शौचालय जैव-शौचालय होंगे. उन्होंने ये भी कहा कि, पिछले कुछ साला में हमने सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण शुरू किया है, जिसमें बच्चों, शारीरिक रूप से विकलांग और वृद्ध लोगों द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है. अब बीएमसी थर्ड जेंडर लोगों के लिए अलग शौचालय बनाने का विचार लेकर आई है.
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अलग शौचालय से मिलेगी राहत
किन्नरमय संस्था की कार्यकर्ता सोनाली चौकेकर ने कहा कि, थर्ड जेंडर के सदस्यों ने इस सोच का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि, ये बहुत अच्छा है कि बीएमसी ने हमारे अधिकारों पर विचार किया है. हमारे संगठन ने ओडीएफ मुक्त पालघर जिला परियोजना के लिए नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा की थी. लेकिन हम लोग सार्वजनिक शौचालयों का स्वतंत्र रूप से उपयोग नहीं कर सकते हैं. सार्वजनिक शौचालयों में उनके सामने आने वाली समस्याओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि, पुरुषों के शौचालयों में हमें शारीरिक और यौन शोषण का सामना करना पड़ता है और महिला शौचालयों में हम सामाजिक शोषण का सामना करते हैं. सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करना हमारे लिए बहुत मुश्किल है. ऐसे में अगर बीएमसी हमें अलग शौचालय मुहैया कराए तो इससे हमारा जीवन आसान हो जाएगा.
शहर में बने है इतने सार्वजनिक शौचालय
बता दें कि शहर में 8500 से अधिक सार्वजनिक शौचालय हैं. यहां 113 यूरिनल, 5,136 टॉयलेट सीट और महिलाओं के लिए 61 बाथरूम हैं. पुरुषों के लिए शहर में 3,705 यूरिनल और 8,305 टॉयलेट सीट हैं. बीएमसी ने नए सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण और पुराने शौचालयों की मरम्मत के लिए 270 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया था.