Maharashtra News: कैबिनेट विस्तार में देरी के बीच दिल्ली पहुंचे डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, लगाई जा रही ये अटकलें
Maharashtra में कैबिनेट विस्तार में देरी के बीच डिप्टी सीएम उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली पहुंचे हैं. वहां वह बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं.
Maharashtra Cabinet Expansion News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी की अटकलों के बीच गुरुवार को दिल्ली पहुंचे. फडणवीस के राज्य में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रमुख जे. पी. नड्डा सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलने की उम्मीद है. इस बीच महाराष्ट्र में सरकार बदलने के संबंध में उच्चतम न्यायालय में याचिकाओं पर सुनवाई जारी रही. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) मुंबई में ही हैं. शिंदे का स्वास्थ्य खराब है और डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी.
शिंदे और फडणवीस ने 30 जून को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. कैबिनेट में अभी शिंदे और फडणवीस ही शामिल हैं और जाहिर तौर पर वे शीर्ष अदालत के फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं. महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी को लेकर शिंदे और फडणवीस पर कटाक्ष किया.
फिलहाल के लिए टला संभावित कैबिनेट विस्तार
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सरकार बने एक महीने से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन अभी तक कैबिनेट विस्तार नहीं हुआ है. इस बीच जानकारी सामने आई थी कि आज यानी 5 अगस्त को जो कैबिनेट का संभावित विस्तार होने वाला था वो भी टल गया है. यानी अभी और इंतजार करना होगा. सूत्रों के मुताबिक, अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही कैबिनेट का विस्तार होने की उम्मीद है. बता दें कि गुरुवार को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं से कैबिनेट विस्तार के मुद्दे को लेकर मुलाकात की.
एनसीपी ने ली चुटकी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने ट्विटर पर कहा, ‘‘जैसा कि खबरों में कहा जा रहा है कि, श्री एकनाथ शिंदे चिकित्सकों की आराम करने की सलाह पर अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर देते हैं, फिर श्री देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली जाते हैं. यह घटनाक्रम संयोग है या सबूत कि महाराष्ट्र सरकार को कौन आदेश दे रहा है?’’