Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की सरकार बन गई है लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है. पहले शपथविधी में देरी और अब कैबिनेट विस्तार में देरी से सवाल उठ रहे हैं कि महायुति गठबंधन में क्या चल रहा है? मंत्रालयों को लेकर कौनसा फॉर्मूला तय हुआ है? महाराष्ट्र मे 23 नंवबर को चुनाव के नतीजे आए थे. ऐसे में अब कैबिनेट विस्तार को लेकर सबकी नजरें टिकी हैं. 


प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मिलने दिल्ली गए हैं तो दूसरी तरफ डिप्टी सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे आराम से मुंबई में रुके हैं. 


देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार अमित शाहा से मिलने के बाद महाराष्ट्र मे 14 दिसंबर को होने की संभवना है. 16 दिसंबर से नागपुर में नए सरकार का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है, उससे पहले मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. पहले मंत्रिमडंल विस्तार में 30 से 35 विधायकों का शपथग्रहण हो सकता है. 


मंत्रियों का संभावित कोटा 



  • बीजेपी- 20-21

  • शिवसेना (शिंदे)- 12-13

  • एनसीपी (अजित पवार)- 9-10


किस पार्टी कितने विधायकों को शपथ की संभावना?



  • कुल 30-35 विधायक ले सकते हैं शपथ

  • बीजेपी- 15-16

  • शिंदे शिवसेना- 8-9

  • अजित पवार एनसीपी- 8-9


विभागों को लेकर शिंदे नहीं माने तो क्या?


सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के हिस्से के सिर्फ दो से तीन विभाग सहयोगी दलों के पास जा सकते है. बीजेपी अपने सहयोगी दलों को सिर्फ राजस्व और आवास हाउसिंग विभाग, पीडब्ल्यूडी देने की तैयारी में है. बीजेपी गृह विभाग के साथ ही शहरी विकास विभाग भी अपने पास रखना चाहती है. बदले में शिवसेना को राजस्व और पीडब्ल्यूडी देने को तैयार है. शिंदे की शिवसेना अर्बन डेवलपमेंट विभाग चाहती है. शिंदे नहीं माने तो अर्बन डेवलपमेंट शिवसेना और राजस्व बीजेपी के पास रह सकता है.


बीजेपी के कोटे में कौन-कौन विभाग हो सकते हैं?


महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के कोटे में गृह-शहरी विकास या राजस्व (दोनों में से एक), लॉ एंड ज्यूडिशियरी, सामान्य प्रशासन, ग्रामीण विकास-बिजली ऊर्जा, सार्वजनिक लोक निर्माण, पर्यावरण, वन, आदिवासी जैसे सभी महत्वपूर्ण विभाग बीजेपी के पास रह सकते हैं.


शिवसेना के पास कौन-कौन विभाग?


शिवसेना के पास राजस्व, शहरी विकास दोनों में से एक, सार्वजनिक कार्य (पीडब्ल्यूडी), श्रम, स्कूल शिक्षा, राज्य उत्पाद शुल्क, जल आपूर्ति और स्वच्छता, परिवहन के विभाग होने की संभावना है.


NCP को कौन-कौन विभाग मिलने की संभावना?


एनसीपी के पास वित्त और योजना, हाउसिंग आवास, चिकित्सा शिक्षा ( मेडिकल एजुकेशन ),  खाद्य और नागरिक आपूर्ति, महिला और बाल कल्याण, राहत और पुनर्वास, खाद्य और औषधि प्रशासन जैसे विभाग एनसीपी के पास बने रहने की संभावना है.


अजित पवार और शरद पवार की मुलाकात के मायने?


महाराष्ट्र में कुछ बुजुर्ग मंत्रियों को छोडकर युवा चेहरे को आगे लाने की बात चल रही है. वहीं, राज्य में कैबिनेट विस्तार के पहले अजित पवार और शरद पवार की मुलाकात को लेकर बवाल मचा है. राजनीति के जानकार चाचा भतीजे के एक साथ आने की भी संभावना जता रहे हैं. दोनों की मुलाकात शिंदे को एक इशारा भी बताया जा रहा है.


महाराष्ट्र चुनाव में 132 विधानसभा सीटें जीतने के बाद बीजेपी का आत्मविश्वास बढ़ गया है और एकनाथ शिंदे बैकफुट पर चले गए. शपथग्रहण से पहले शिंदे कभी बीमार होते थे तो कभी गांव जाते थे और कभी मीडिया के सामने आकर नाराज ना होने की बात करते थे. अब देखना है कि शिवसेना प्रमुख और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे क्या फैसला करते हैं.


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