Sunil Tatkare Claim: महाराष्ट्र में एक बार फिर कैबिनेट विस्तार की चर्चा शुरू हो गई है. एनसीपी सांसद और अजित पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने रविवार को कहा कि, राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा और एनसीपी विधायकों को 19 सितंबर को गणेशोत्सव की शुरुआत से पहले जिला संरक्षक मंत्री विभाग आवंटित किए जाएंगे. तटकरे ने कहा, सीएम एकनाथ शिंदे और उनके दो डिप्टी सीएम अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस इस संबंध में निर्णय लेंगे. किसी भी प्रकार की कोई कलह नहीं होगी.
TOI में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, रायगढ़ सांसद ने कहा कि एनसीपी में हर कोई चाहता है कि अजित पवार मुख्यमंत्री बनें. उन्होंने कहा, "यह हमारा सपना है कि वह सीएम बनें लेकिन हम यथार्थवादी हैं और जल्दबाजी में नहीं हैं. हम राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ेंगे."
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
सुनील तटकरे ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) जैसे शिवसेना के मामले में किया, वैसे ही अजित गुट को असली एनसीपी के रूप में मान्यता देगा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र निकाय है और पार्टी के संविधान, संगठन और ताकत के आधार पर अपना निर्णय लेगा. हमें विश्वास है कि चुनाव आयोग हमारे पक्ष में फैसला करेगा.
अजित पवार ने शरद पवार पर साधा निशाना
वहीं, अजित पवार ने दावा किया है कि एनसीपी के सभी विधायकों ने शरद पवार को पत्र लिखकर उस वक्त सरकार में शामिल होने का आग्रह किया था, जब उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार जाने वाली थी. ठाकरे की एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना वाली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार एकनाथ शिंदे के बगावत करने पर पिछले साल जून में गिर गई थी. यह बगावत पिछले साल 21 जून से 30 जून तक चली थी, जब शिंदे बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे.
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