सरकार गठन होने के बाद महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार का इंतजार है. एकनाथ शिंदे को गृह मंत्रालय मिलेगा या नहीं इस पर अभी सस्पेंस बरकरार है. इस बीच डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने लगभग मन बना लिया है कि नई सरकार में तीन पुराने मंत्रियों को मौका नहीं देगी. पार्टी के एक नेता ने इसकी जानकार दी.
पार्टी के नेता के मुताबिक, नई राज्य कैबिनेट में तीन नेताओं को उनके प्रदर्शन और शिकायतों के कारण एक और मौका नहीं दिया जा सकता, भले ही वे पिछली सरकार में मंत्री थे.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना का प्लान है इन तीन नेताओं की जगह नए चेहरों को मौका दिया जाए. डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के करीबी और पार्टी विधायक ने कहा कि कई विधायकों ने कुछ मंत्रियों को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि कोंकण, पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा तीनों जगहों से एक-एक पूर्व मंत्री ऐसे थे जिन तक पार्टी के विधायकों की पहुंच भी मुश्किल थी. हमने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे से मांग की है कि ऐसे नेताओं को फिर से नई कैबिनेट में जगह नहीं दी जानी चाहिए.
बता दें कि कैबिनेट विस्तार पर चर्चा के लिए सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार दिल्ली गए हैं. लेकिन एकनाथ शिंदे नहीं गए हैं. उनके दफ्तर ने जानकारी दी कि शिंदे के दिल्ली जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था. उनके दफ्तर ने कहा कि इन नेताओं का दिल्ली दौरा महज एक शिष्टाचार है. नई सरकार बनने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति से मुलाकात करनी थी.
शिंदे के करीबी विधायक ने बताया कि महाराष्ट्र में नई सरकार का कैबिनेट विस्तार 14 दिसंबर तक हो सकता है. यानी राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले कैबिनेट की तस्वीर साफ हो जाएगी.
शिवसेना विधायक और प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि सीएम फडणवीस ने स्पष्ट कर दिया है कि कैबिनेट विस्तार 16 दिसंबर से शुरू होने वाले राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से पहले होगा. पिछली सरकार में कुछ पूर्व मंत्रियों की शिकायतों पर शिरसाट ने कहा, "ऐसी शिकायतें शिंदे साहब तक पहुंची होंगी. वह पार्टी के मुख्य नेता हैं और वही इस पर निर्णय लेंगे."
CM देवेंद्र फडणवीस का बड़ा फैसला, एकनाथ शिंदे के करीबी को इस पद से हटाया