Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में क्यों नहीं हो रहा कैबिनेट विस्तार, क्या अजित पवार की ये मांगें बन रही है अड़चन?
Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में कब कैबिनेट विस्तार होगा अब ये सवाल उठने लगे हैं. पहले कहा जा रहा था कि मानसून सत्र से पहले इस काम को कर लिया जाएगा लेकिन अब कुछ और ही खबर सामने आ रही है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र्र में कब कैबिनेट विस्तार होगा लोगों के मन में अब ये सवाल उठने लगे हैं. एक हफ्ता गुजर जाने के बाद भी अजित गुट के मंत्रियों को अभी तक कोई पद नहीं मिला है. न्यूज़ 18 ने सूत्रों के हवाले से खबर छापी है कि, महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार में देरी होने की संभावना है, उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो आवंटन 17 जुलाई से पहले नहीं होगा क्योंकि गठबंधन सहयोगियों में मतभेदों के बीच चर्चा जारी है.
बीजेपी के कई मंत्रियों को लग सकता है झटका
आगे कहा गया है कि आवंटन के लिए सभी विभागों की एक बार फिर जांच की जा रही है और एनसीपी के गठबंधन में शामिल होने का खामियाजा अकेले बीजेपी मंत्रियों को नहीं भुगतना पड़ सकता है. एक सूत्र ने कहा कि कुछ मौजूदा मंत्रियों को प्रमुख विभाग छोड़ने पड़ सकते हैं और उन्हें अन्य मंत्रालय दिए जा सकते हैं.
बीजेपी ने कही ये बात
ईडब्ल्यूएस एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में बीजेपी के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सत्र से पहले कैबिनेट विस्तार की संभावना नहीं है, हालांकि एनसीपी मंत्रियों को विभागों का आवंटन आने वाले दिनों में हो सकता है. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मंत्रिपरिषद में केवल कैबिनेट मंत्री शामिल हो सकते हैं और कोई राज्य मंत्री नहीं. हालांकि, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक नेता ने कहा कि कैबिनेट विस्तार एक या दो दिन में हो सकता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिवसेना दोनों सदस्यों को जगह दी जाएगी.
अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट के सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा बनने के बाद शिंदे खेमे में बेचैनी की अटकलें लगाई जा रही हैं.
क्या ये है वजह?
महाराष्ट्र में जब से अजित पवार ने एनसीपी में बगावत करके अलग गुट बनाया है तबसे महाराष्ट्र की राजनीती में जबरदस्त घमासान देखने को मिल रहा है. दरअसल अजित पवार खुद अपने लिए वित्त मंत्रालय चाहते हैं. इसके अलावा सहकारिता और ऊर्जा मंत्रालय जैसे विभाग भी अपने समर्थकों के लिए चाहते हैं. अजित पवार की इस मांग पर एकनाथ शिंदे गुट को आपत्ति है. ऐसे में बीजेपी हाईकमान दोनों को साधने के लिए मंथन कर रहा है.