महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार से रामदास अठावले नाराज, 'हमसे मंत्री पद का वादा किया था लेकिन...'
Maharashtra Cabinet Expansion: रामदास अठावले ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक की और उन्होंने हमें कम से कम एक मंत्रालय देने का वादा किया, लेकिन इस विस्तार में हमें जगह नहीं दी गई.
Maharashtra Cabinet Expansion 2024: महाराष्ट्र में सीएम देवेंद्र फडणवीस की कैबिनेट का विस्तार हो गया है. रविवार (15 दिसंबर) को बीजेपी, शिवसेना और महायुति के 39 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. वहीं इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर महायुति का हिस्सा और रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के प्रमुख रामदास अठावले ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि मुझे इस कार्यक्रम का निमंत्रण तक नहीं दिया गया.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, "महाराष्ट्र मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह नागपुर में आयोजित किया जा रहा है. सीएम और डिप्टी सीएम वहां समारोह में भाग ले रहे हैं. महायुति का हिस्सा होने के बावजूद मुझे समारोह का निमंत्रण तक नहीं मिला. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) ने विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया.
#WATCH | Mumbai, Maharashtra | Union Minister Ramdas Athawale says, "The swearing-in ceremony of ministers in the Maharashtra cabinet expansion is being organised in Nagpur. CM and DCMs are attending the ceremony there. Despite being a part of Mahayuti, I did not even get the… pic.twitter.com/8kXdLjeaGT
— ANI (@ANI) December 15, 2024
हमने देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक की और उन्होंने हमें कम से कम एक मंत्रालय देने का वादा किया, लेकिन इस विस्तार में, हमारे पास आरपीआई (ए) का कोई चेहरा नहीं है. हम इस कैबिनेट विस्तार में कम से कम एक मंत्रालय की मांग करते हैं.
'विधानसभा चुनाव में दलित समाज ने जमकर दिए वोट'
रामदास अठावले ने कहा कि लोकसभा चुनाव में दलित समाज को गलतफहमी हो गई थी कि केंद्र सरकार संविधान बदलना चाहती है लेकिन हमने विधानसभा चुनाव से पहले अपने समाज को समझाया और दलितों ने विधानसभा चुनाव में महायुति को जमकर मतदान किया. लेकिन अब हमें मंत्रिमंडल तक में शामिल नहीं किया गया. मेरे सामने अब ये समस्या है कि जो गांव-गांव में कार्यकर्ता हैं उनको क्या मुंह दिखाऊं.
'मैं और मेरे कार्यकर्ता नाराज'
हमने कल तक इंतजार किया लेकिन हमें कोई फोन नहीं आया. इससे मैं भी नाराज हूं और मेरे कार्यकर्ता भी नाराज हैं. इसके साथ हमारी ये मांग है कि जो दो मंत्रिमंडल हैं उसमें रिपब्लिकन पार्टी के लिए विचार करना चाहिए. साथ ही निगम चुनाव में भी हमारा हिस्सा होना चाहिए.
ये भी पढ़ें
सिर्फ ढाई साल के लिए ही मंत्री रहेंगे एकनाथ शिंदे गुट के नेता, जानें- क्या है वजह?