Maharashtra Latest News: महाराष्ट्र में गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक के शुरुआती 10 मिनट में ही एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार जल्द उठकर चले गए . पूर्णकालिक कैबिनेट बैठक में जहां एक ओर 38 महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे थे, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद थे, लेकिन अजित पवार अनुपस्थित थे.


बैठक में वित्त विभाग से संबंधित मौलाना आजाद निगम की अंश पूंजी में बढ़ोतरी, मदरसों में शिक्षकों की अंश पूंजी में बढ़ोतरी, वाणी, लोहार, नाथ पंथिया समुदाय के लिए निगम बनाने जैसे निर्णय लिए गए. ये सारे वित्त विभाग से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय थे. इसीलिए, अजित पवार की गैरमौजूदगी इस वक्त चर्चा का विषय बनी हुई है.






इस वजह से नाराज हैं पवार


चर्चा है कि पिछली कुछ कैबिनेट बैठकों में वित्त विभाग की आपत्ति के बाद भी विभिन्न संगठनों को जमीन आवंटित करने में समय पर फैसले नहीं लिए जाने से अजित पवार नाराज हैं. हालांकि, अजित पवार के कार्यालय से जानकारी मिली है कि अजित पवार रतन टाटा को श्रद्धांज​लि देने के लिए वहां जल्दी चले गए. 


एमवीए नेताओं को मिला बोलने का मौका 


फिर, अजित पवांर का कहना है कि वित्त मंत्री होने के नाते कैबिनेट के कई फैसलों पर उन्हें आने वाले समय में जवाब देना होगा. अब इस घटना को शिवसेना यूबीटी, एनसीपी शरद पवार गुट और कांग्रेस के नेताओं बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट पर निशाना साधने का मौका दे दिया है. 


बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटों के लिए चुनाव नवंबर में होना है. इसको लेकर सत्ताधारी गठबंधन महायुति और एमवीए के बीच आरोप-प्रत्यारोप चरम पर है. बीजेपी की रणनीति सत्ता में वापसी करने की है तो विरोधी दलों के नेता लगातार महाराष्ट्र सरकार की कमियों को सामने लाकर उसे जनता के बीच बेनकाब करने में लगे हैं. ताकि महायुति गठबंधन को सत्ता से बेदखल करना संभव हो सके. 


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