Mumbai: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि थोक बाजार में प्याज की गिरती कीमतों की खबरों के बीच उनकी सरकार प्याज किसानों के साथ है और उन्होंने यदि जरूरत पड़ी तो प्याज उत्पादकों को वित्तीय मदद देने की बात कही. निचले सदन में शिंदे ने कहा कि हम राज्य में प्याज उत्पादकों के साथ मजबूती से खड़े हैं. नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) ने प्याज की खरीद शुरू कर दी है और इससे कीमतें बढ़ेंगी. NAFED कृषि मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय शीर्ष संस्था है. ये भारत में सहकारी समितियों से कृषि उपज का विपणन करता है.


सीएम बोले- अनुरोध पर NAFED ने बढ़ा दी है प्याज खरीद


मुख्यमंत्री शिंदे ने राज्य विधानमंडल के बजट सत्र के दूसरे दिन कहा कि हमारे अनुरोध पर NAFED ने अपनी प्याज की खरीद बढ़ा दी है और 2.38 लाख टन प्याज किसानों से पहले ही खरीदा जा चुका है. यदि किसी विशेष क्षेत्र में खरीद केंद्र नहीं है, तो इसे किसानों के लिए खोला जाएगा. एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी, महाराष्ट्र के लासलगांव कृषि उत्पाद बाजार समिति में सोमवार को प्रति किलोग्राम प्याज की कीमत 2 रुपये से 4 रुपये तक गिर गई, जिससे नाराज किसानों ने प्याज की नीलामी बंद कर दी.मुख्यमंत्री ने कहा कि प्याज के निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं है. जरूरत पड़ी तो किसानों को कुछ वित्तीय सहायता भी मिलेगी.


एनसीपी नेता छगन भुजबल ने केंद्र से बात करने को कहा 


इससे पहले विधानसभा में नासिक जिले के एनसीपी नेता छगन भुजबल ने किसानों के संकट के बारे में बात की और प्याज को लेकर केंद्र की नीति पर सवाल उठाए. राकांपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य के सबसे बड़े प्याज के थोक बाजारों में से एक मेरे निर्वाचन क्षेत्र में है. उपलब्ध जानकारी के अनुसार तुर्की, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, यूक्रेन, मोरक्को, उज्बेकिस्तान और बेलारूस जैसे देशों में भारतीय प्याज की भारी मांग है. हमें प्याज का निर्यात करना चाहिए ताकि इससे हमारे किसान लाभान्वित हों, छगन भुजबल ने कहा कि कई अंतरराष्ट्रीय व्यापारियों ने शिकायत की है कि भारत सरकार मनमाने ढंग से प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा रही है या इसे हटा रही है. इसलिए, वे हमसे प्याज खरीदने के इच्छुक नहीं हैं. हमारी नीति में निरंतरता नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकार से दिल्ली में लोगों के साथ बात करने का आग्रह करता हूं, शायद पीयूष गोयल (केंद्रीय वाणिज्य मंत्री), लेकिन सुनिश्चित करें कि किसानों को नुकसान न हो.


सीढ़ियों पर बैठकर विपक्षी नेताओं ने की प्याज को लेकर नारेबाजी


प्याज उत्पादकों की मुश्किलों पर बीजेपी विधायक राहुल अहेर ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध, श्रीलंका की कमजोर होती अर्थव्यवस्था और बांग्लादेश की स्थिति भी महाराष्ट्र से खराब मांग के लिए जिम्मेदार हैं. देश में ऐसे कई राज्य हैं जिन्होंने प्याज की खेती शुरू कर दी है, जिसका हमारे राज्य के किसानों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. उनके सदन में प्रवेश करने से पहले, विपक्षी नेता विधान भवन की सीढ़ियों पर बैठ गए और प्याज की कीमतों में गिरावट को उजागर करने के लिए नारे लगाए.


इससे पहले इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के एक किसान को जिले के एक व्यापारी को 512 किलोग्राम प्याज की बिक्री पर 2.49 रुपये का लाभ हुआ था.


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