महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से भाजपा गठबंधन में खुशी की लहर है. राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें बीजेपी गठबंधन के खाते में जाती नजर आ रही हैं. वहीं, कांग्रेस गठबंधन तमाम दावों के बावजूद सिर्फ 52 सीटों पर सिमटता दिख रहा है. इसके अलावा 6 सीटों पर अन्य आगे हैं. दावा किया जा रहा है कि इन चुनावी नतीजों के पीछे महाराष्ट्र में लागू लड़की बहन योजना है, जिसने बीजेपी गठबंधन की नैया पार लगा दी. आइए जानते हैं कि राज्य में महिलाओं ने कितनी बंपर वोटिंग की?


गेमचेंजर निकली लड़की बहन योजना


गौर करने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं के लिए माझी लड़की बहन योजना शुरू की गई थी. वहीं, चुनाव प्रचार के दौरान इस योजना को महायुति सरकार ने गेमचेंजर बताया था. सत्ताधारी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में इस योजना के तहत 2100 रुपये हर महीने देने का वादा किया था. इसके बाद कांग्रेस गठबंधन ने भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में महिलाओं को हर महीने 3000 रुपये देने का ऐलान कर दिया था.


क्या है माझी लड़की बहन योजना?


महाराष्ट्र सरकार ने 28 जून 2024 को मुख्यमंत्री माझी लड़की बहन योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के जरिए महाराष्ट्र में 21 से 65 साल की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है. इस योजना का लाभ डीबीटी के माध्यम से मिलता है. महाराष्ट्र सरकार का दावा है कि राज्य महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, उनकी सेहत और पोषण में सुधार के अलावा परिवार में उनकी अहम भूमिका को मजबूत करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई.


इन महिलाओं को मिलता है फायदा



  • लाभार्थी महाराष्ट्र राज्य की निवासी होनी चाहिए.

  • विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता एवं निराश्रित महिलाएं इसके लिए पात्र हैं.

  • परिवार में केवल एक अविवाहित महिला है तो उसे भी लाभ मिलेगा.

  • लाभार्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 65 वर्ष होनी जरूरी है.

  • लाभार्थी के पास आधार लिंक के साथ अपना बैंक खाता होना चाहिए.

  • लाभार्थी के परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.


दिवाली पर चला मास्टरस्ट्रोक


माझी लड़की बहन योजना के पोर्टल पर मौजूद जानकारी के अनुसार, इस योजना के लिए कुल 1.12 करोड़ प्राप्त आवेदन मिले थे, जिनमें से 1.06 करोड़ आवेदन स्वीकृत किए गए. महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे का कहना है कि इस योजना का उद्देश्य 2.34 करोड़ पात्र महिलाओं को आर्थिक लाभ देना है. बता दें कि इस योजना का मास्टरस्ट्रोक दिवाली पर चला गया था. दरअसल, इस योजना की शुरुआत रक्षाबंधन के दौरान हुई थी. ऐसे में पात्र महिलाओं को दिवाली बोनस 2024 के तहत 3000 रुपये का भुगतान किया गया. 


महिलाओं ने कितनी की वोटिंग?


अब सवाल उठता है कि महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में माझी लड़की बहन योजना कैसे गेमचेंजर साबित हुई? दरअसल, महाराष्ट्र के इस चुनाव में 9.70 करोड़ से अधिक मतदाताओं के पास वोटिंग का अधिकार था. इनमें पांच करोड़ पुरुष, 4.69 करोड़ महिलाएं और 6,101 थर्ड जेंडर मतदाता थे. वहीं, विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य में कुल 66.05% मतदान हुआ, जो 2019 के मुकाबले 4.61 पर्सेंट ज्यादा रहा. 2019 के विधानसभा चुनावों में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 59.26 प्रतिशत था, जो 2024 के विधानसभा चुनाव में 65.21 प्रतिशत रहा. इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र में 5.95 प्रतिशत महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया, जिसका फायदा सीधे तौर पर बीजेपी गठबंधन को मिला है.


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