Viral Video: जब आमने-सामने हुए सीएम एकनाथ शिंदे और कांग्रेस नेता नाना पटोले, दोनों के बातचीत का वीडियो वायरल
Eknath Shinde Viral Video: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और नाना पटोले की मुलाकात और बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जानिए दोनों के बीच क्या बातचीत हुई.
Nana Patole and Eknath Shinde Viral Video: महाराष्ट्र के एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कह रहे हैं कि जब तक एक सामािजक कार्यकर्ता थे, तब तक सब ठीक था, लिमिट के बाहर हुआ तो कायर्क्रम करता हूं. शिंदे का यह बयान इस वक्त चर्चा में है. बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की विधानभवन में मुलाकात हुई. जब दोनाें एक-दूसरे के सामने आए तो उनके बीच हंसी-मजाक के बीच बातचीत हुई. इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीिडया पर वायरल हो रहा है.
जरांगे-पाटिल की ओर इशारा?
इस बीच, मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल द्वारा आरक्षण के मुद्दे पर असम्मानजनक भाषा में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और सरकार के मंत्रियों का जिक्र करने से राज्य में माहौल इस समय गर्म है. इस पृष्ठभूमि में माना जा रहा है की मुख्यमंत्री का बयान मनोज जरांगे की ओर इशारा कर रहा है.
कार्यक्रम म्हणजे काय समजायचं साहेब?
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) February 26, 2024
मुख्यमंत्री साहेब!, ही धमकी आहे का?
उद्या जर जरांगे पाटलांचा जीव गेला तर मुख्यमंत्री जबाबदार असणार का? pic.twitter.com/ABox15LZbw
लगाये ये आरोप
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर मराठा आरक्षण कार्यकर्त्ता मनोज जरांगे को धमकाने का आरोप लगाया और पूछा कि अगर जरांगे को कुछ हुआ, तो क्या वह उसकी जिम्मेदारी लेंगे. कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें शिंदे को किथत तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘अगर तुमने सीमा पार की, तो मैं तुम्हें ठीक कर दूंगा.’ कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर पूछा, ‘‘क्या यह धमकी है मुख्यमंत्री? अगर जरांगे को कुछ हुआ, तो क्या मुख्यमंत्री जिम्मेदारी लेंगे.’
पिछले कई महीनों से मराठा आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जरांगे ने रविवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाकर राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ा दीं. शिंदे ने महाराष्ट्र विधानमंडल के अंतरिम बजट सत्र की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से बात करते हुए जरांगे से कहा था कि वह बार-बार विरोध प्रदर्शन कर राज्य सरकार के धैर्य की परीक्षा न लें.