Paris olympics 2024: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पेरिस ओलंपिक में भारत को ब्रॉन्ज मेडल जीताने वाले स्वप्निल कुसाले के लिए खजाना खोल दिया है. उन्होंने स्वप्निल कुसाले को एक करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है. सीएम ने कहा कि मैं स्वप्निल को अभिनंदन देता हूं और उनके परिवार और उनके कोच को भी शुभकामनाएं देता हूं. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि ये हमारे महाराष्ट्र का गौरव है.


इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि कोल्हापुर के रहने वाले स्वप्निल कुसाले को सरकार की तरफ से जो मदद मिलनी चाहिए वह जरूर मिलेगी. वहीं अब सीएम ने उन्हें एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है.






मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ये भी कहा, "स्वप्निल ने अपने निशाने पर अचूक निशाना लगाकर कांस्य पदक जीता है. स्वप्निल के पिता सुरेश कुसले से कहा गया कि स्वप्निल की शूटिंग को आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा. कुसाले परिवार के मजबूत समर्थन के कारण ही स्वप्निल इस सफलता तक पहुंच पाए हैं."


उन्होंने आगे कहा, "पिछले 12 वर्षों में उनकी कड़ी मेहनत ने देश और राज्य को खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सफलता दिलाई है. उन्होंने कुसाले परिवार को इस सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि स्वप्निल को स्कूली जीवन से लेकर शूटिंग में करियर बनाने तक प्रोत्साहित करने वाले सभी शिक्षकों, प्रशिक्षकों, गुरुओं का योगदान निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है."


 





बता दें कि पेरिस ओलंपिक में पुरूषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में स्वप्निल कुसाले ने पहली बार ब्रॉन्ज मेडल दिलाया. क्वालीफिकेशन में सातवें नंबर पर रहे स्वप्निल ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 451. 4 स्कोर करके तीसरा स्थान हासिल किया. एक समय वह छठे स्थान पर थे जिसके बाद उन्होंने तीसरा स्थान हासिल किया.


भारत का इन खेलों में यह तीसरा कांस्य है. इससे पहले मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम वर्ग में कांस्य जीता था. भारत के ओलंपिक इतिहास में पहली बार निशानेबाजों ने तीन पदक एक ही खेलों में जीते हैं.


स्वप्निल कुसाले ने मेडल जीतने के बाद कहा, "मैने कुछ खाया नहीं है और पेट में गुड़गुड़ हो रही थी . मैने ब्लैक टी पी और यहां आ गया. हर मैच से पहले रात को मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं." उन्होंने आगे कहा , "आज दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था . मैने श्वास पर नियंत्रण रखा और कुछ अलग करने की कोशिश नहीं की . इस स्तर पर सभी खिलाड़ी एक जैसे होते हैं."


चीन के लियू युकुन ( 463 . 6 ) ने गोल्ड और यूक्रेन के सेरही कुलिश ( 461 . 3 ) ने सिल्वर पदक जीता. पिछली बार भारतीय निशानेबाज लंदन ओलंपिक 50 मीटर राइफल में फाइनल में पहुंचा था जब जॉयदीप करमाकर 50 मीटर राइफल प्रोन में चौथे स्थान पर रहे थे . अब यह स्पर्धा ओलंपिक में नहीं है.


कुसाले ने कहा, "मैने स्कोरबोर्ड देखा ही नहीं. यह मेरी बरसों की मेहनत थी और मैं बस यही सोच रहा था. मैं चाहता था कि भारतीय समर्थक मेरी हौसलाअफजाई करते रहें."


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